गुरुग्रामः सरस्वती एन्क्लेव इलाके में स्थित औद्योगिक क्षेत्र के एक गोदाम में देर रात भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। आग की लपटें दूर-दूर से दिखाई दे रही है। घटना की सूचना दमकल विभाग को दी गई। मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम द्वारा आग पर काबू पाने की कोशिश की गई, लेकिन आग भीषण होने के कारण गुरुग्राम के साथ ही दूसरे जिलों से भी फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों को मौके पर बुलाया गया। इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सेक्टर-37 फायर स्टेशन के फायर ऑफिसर जय नारायण ने बताया कि उन्हें रात 11.39 बजे गोदाम में आग लगने की सूचना मिली थी। हमने सभी फायर बिग्रेड गाड़ियों को बुला लिया है।
गुरुग्राम, नूंह और झज्जर से फायर टेंडर बुलाए गए हैं। कम से कम 20 गाड़ियां मौके पर पहुंची थी। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि आग लगने की सूचना मिली थी, पुलिस बल यहां पहुंचा और फायर ब्रिगेड को बुलाया। 4-5 फायर गाड़ियां खाली होने के बाद वहां से निकल गई हैं और 4-5 फायर गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन कंपनी को आर्थिक नुकसान हुआ है। सेक्टर-10 पुलिस स्टेशन के एसएचओ रामबीर सिंह ने बताया कि सुबह तक आग बुझाने का काम जारी रहा। अभी तक अंदर किसी के फंसे होने की जानकारी नहीं मिली है। आग पूरी तरह से काबू में आने के बाद रेस्क्यू अभियान चलाया जाएगा।
इस गोदाम में क्या क्या सामान रखा हुआ था, इसका भी अभी तक पता नहीं चल सका है। फिलहाल आग पर काबू पाना प्राथमिकता है। सिविल डिफेंस की टीम के मुताबिक रात को 12 बजे उन्हें वेयर हाउस में आग की जानकारी मिली थी। जिसके बाद उनकी टीम भी मौके पर पहुंचे। आग के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। रात भर उनकी कोशिश ये रही कि इस आग को रिहायशी एरिया से दूर रखी जाए। 40 से 50 मीटर दूर तक इस आग की हीट महसूस किया जा रहा है।
सिविल डिफेंस की टीम ने आसपास रह रहे लोगों को अलर्ट किया गया है। सुबह तक आग बुझाने का काम अभी जारी रहा और सुबह साढ़े नौ बजे तक फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर मौजूद रही। यहां मौजूद एक सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि इस गोदाम में ऑनलाइन बेचा जाने वाला सारा सामान था। जिसमें कपड़े, जूते और दूसरा घरेलू सामान था। कपड़े जूते होने के कारण आग तेजी से भड़क गई होगी। साथ ही में शराब का गोदाम और एक कपड़े का गोदाम में भी आग पहुंच गई थी। सुबह तक आग की लपटें देखी गई हैं। चार से पांच गाड़ियां अभी भी मौके पर हैं।