PCR गाड़ी से शराब-चिकन बरामद होने पर हुआ हंगामा, देखें वीडियो

PCR गाड़ी से शराब-चिकन बरामद होने पर हुआ हंगामा, देखें वीडियो

कर्मचारी बोले- लोगों ने जबरदस्ती रखी बोतल

चंडीगढ़ः इंदिरा कॉलोनी में एक समारोह में झगड़े की शिकायत पर पहुंचे पुलिसकर्मी बुरी तरह फंस गए। पीसीआर की गाड़ी के अंदर शराब की बोतल और चिकन मिलने का मामला सामने आया है। लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि लोगों ने जबरदस्ती पीसीआर की गाड़ी में शराब की बोतल रखी थी। दरअसल, झगड़ा कर रहे युवकों को जब पुलिसकर्मियों ने वैन में बिठाया तो उन्हें पुलिस की गाड़ी के डैशबोर्ड पर चिकन की प्लेट और शराब नजर आई। इस पर कॉलोनी वासियों ने हंगामा कर दिया। कॉलोनी वासियों ने आरोप लगाया कि मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने शराब पी हुई थी वहीं पुलिसकर्मियों ने कॉलोनी वासियों पर पुलिस की गाड़ी में जबरदस्ती शराब की बोतल और मीट की प्लेट रखने का आरोप लगाया। मामला बढ़ा तो थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पुलिस कर्मियों का मेडिकल कराया।

एरिया डीएसपी अभिनंदन के अनुसार पुलिस कर्मियों का मेडिकल कराया गया है। यदि शराब की पुष्टि हुई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कॉलोनी वासियों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी झगड़े में पकड़े गए युवकों से जबरदस्ती बयान लिखवा रहे हैं कि पुलिस की गाड़ी में उन्होंने ही शराब की बोतल और चिकन की प्लेट रखी। दूसरी ओर इस मामले को लेकर पीसीआर कर्मियों ने वहां पर झगड़े के आरोप में हीरा और गोपाल नाम के शख्स को हिरासत में ले लिया था। जब उन लोगों को गाड़ी में बिठाया गया तो उन्होंने स्थानीय निवासियों को गाड़ी में शराब और चिकन की सूचना दी।

इस पर स्थानीय निवासियों ने मौके पर हंगामा खड़ा कर दिया। इस पर वहां मौजूद लोगों ने पीछे पीसीआर कर्मियों के साथ गाड़ी में शराब की बोतल और चिकन का वीडियो बना लिया। जब इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को मिली तो उन्होंने पीसीआर कर्मियों का मेडिकल कराया है, लेकिन पुलिस अभी भी यही कह रही है कि लोगों ने खुद को बचाने के लिए जबरदस्ती पीसीआर में शराब की बोतल रखी थी।मौके पर मौजूद लोगों का आरोप है कि चंडीगढ़ पुलिस के पास एल्कोमीटर है। वह जगह-जगह नाका लगाकर शराब की चेकिंग करते हैं, लेकिन इस मामले में पुलिस ने अपने एल्कोमीटर का इस्तेमाल नहीं किया है। वह अपने पुलिसकर्मियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर पुलिस को जांच करनी थी तो मौके पर एल्कोमीटर से इसकी जांच हो सकती थी।