नई दिल्ली : कानपुर में बिल्ली के कारण पिता और पुत्र की मौत होने से इलाके में दहशत फैल गई है। कानपुर देहात में इम्तियाजउद्दीन नाम के शख्स ने अपने घर में एक बिल्ली को पाल रखा था और पूरा परिवार उस बिल्ली की देखरेख भी करता था। बिल्ली के साथ खेलने और उसे खिलाने के दौरान कई बार बिल्ली अपने मालिकों पर पंजा भी मारती थी और कभी दांतों से उन्हें खींचने का प्रयास भी करती थी, लेकिन किसी को ये अंदाजा नहीं था कि एक दिन ये बिल्ली घर में 2 मौतों का कारण बनेगी।
दरअसल कुछ दिन पहले इम्तियाजउद्दीन की पालतू बिल्ली को मोहल्ले के ही किसी आवारा कुत्ते ने काट लिया था। जिसके चलते बिल्ली में रेबीज के लक्षण आ गए थे। ये परिवार इन लक्षणों से बिल्कुल अनजान था। इम्तियाजउद्दीन का बेटा अजीम नोएडा में जॉब करता था और कुछ समय पहले ही अपने घर आया था। उसे एक दिन पालतू बिल्ली ने काट लिया था।
बेटे की मौत के बाद पिता की भी गई जान
अजीम की तबीयत खराब हुई और जब डॉक्टर को दिखाया गया तो उसके शरीर में रेबीज के लक्षण पाए गए। इलाज के दौरान 24 वर्षीय अजीम की मौत हो गई। जिसके चलते पूरे परिवार में मातम से बसर गया। वहीं अजीम की मौत के महज एक सप्ताह के भीतर रेबीज के लक्षण अजीम के पिता इम्तियाजउद्दीन के शरीर में भी पाए गए। इम्तियाजउद्दीन की हरकतें देखकर मोहल्ले और परिवार के लोगों में दहशत फैल गई और जब उन्हें डॉक्टर के पास ले जाया गया तो पता चला कि उन्हें भी रेबीज है।
लोगों में फैली दहशत
उनका भी उपचार हो रहा था और बेटे की मौत के सिर्फ 7 दिन बाद ही उनकी भी मौत हो गई। जिसके चलते पूरे मोहल्ले में आवारा कुत्तों और बिल्ली की दहशत फैली हुई है। जिन घरों में लोगों ने पालतू जानवर पाल रखे थे अब वह अपने घरों से जानवरों को कहीं और छोड़ने की व्यवस्था कर रहे हैं। खासकर वह लोग जिनके घर में कुत्ते या बिल्ली है।