कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने हिमाचल प्रदेश के पत्रकार रणेश राणा को अवार्ड से नवाजा

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने हिमाचल प्रदेश के पत्रकार रणेश राणा को अवार्ड से नवाजा

विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों के समारोह में मिला उत्कृष्ट पत्रकार व सोशल वर्कर का सम्मान

जिन छात्रों ने यहां शिक्षा ग्रहण कर छुआ बडा मुकाम उनको दिया अधिमान

बददी/ सचिन बैंसल: हिमाचल प्रदेश के बददी स्थित वरिष्ठ पत्रकार रणेश राणा मुसाफरु को देश के प्रतिष्ठित कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने सम्मानित किया है। विश्विद्यालय ने अपने संस्थान में पढक़र अपने अपने क्षेत्र में विशेष पहचान व मुकाम अर्जित करने वाले अपने पूर्व छात्रों के लिए रखे गए सम्मान समारोह में यह पुरुस्कार प्रदान किया है। विश्वविद्यालय के आडिटोरिय हाल में कुरुक्षेत्र विवि के दूरस्थ एवं आनलाईन शिक्षा केंद्र ने उन पूर्व छात्रों को चुना था जिन्होने यहां से दूरवर्ती शिक्षा ग्रहण कर अपने जीवन में नई ऊंचाईयों को छुआ और समाज में कोई न कोई स्थान अर्जित किया। लगभग दो दर्जन के करीब पूर्व छात्रों को जिनको सम्मान मिला उसमें कई आई.ए.एस,आईपीएस, कानून एवं विधि विशेषज्ञ, शिक्षाविद्व, एटार्नी जनरल, लॉ आसिफर, प्राचार्य, समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले एवं मीडिया से जुडे प्रख्यात लोग शामिल थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, कुलसचिव प्रो संजीव शर्मा, दूरवर्ती शिक्षा की निदेशक मंजूला चौधरी ने दीप प्रज्जवलित करके किया। इस अवसर पर सैंटर फार डिस्टेंस एंड आनलाईन एजुकेशन की स्मारिका का विमोचन भी किया। रणेश राणा ने 2004 में इसी विवि से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन जर्नलिजम एवं मास कम्यूनिकेशन किया था। हालांकि वह पत्रकारिता के क्षेत्र में एक दशक पहले 1996 में आ गए थे लेकिन बाद में उन्होने पत्रकारिता की बारीकियां व गहराई सीखने केलिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का रुख किया। उसके बाद उन्होने छोटे सेे शहर बददी में प्रेस क्लब बददी की स्थापना करके उसको भवन उपलब्ध कराया और मीडीया जगत में अनेकों सघंर्ष भी किए। 16 नंवबर 2018 को उनको राज्य के सबसे बडे पत्रकार संगठन हिमाचल प्रदेश यूनियन आफ जर्नलिस्टस चुना गया। उसके बाद उन्होने पूरे हिमाचल का 50 हजार किमी अकेले ही प्रवास किया और पत्रकारों को संगठन से जोडा और उनकी समस्याओं का निराकरण करने में कदम उठाए। अप्रैल 2023 में उनको भारत के सबसे बडे पत्रकार संगठन नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्टस (इंडिया) का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुना गया।

गृह क्षेत्र के विकास में रहा अहम योगदान
रणेश राणा का गृह क्षेत्र दून विधानसभा का बददी जो कि एशिया का सबसे बडा औद्योगिक व फार्मा हब है, के विकास में उनका अहम योगदान रहा है। अपनी कलम से माध्यम से उन्होने यहां की समस्यओं को उजागर किया और सरकार ने इस दिशा में अहम कदम उठाए। रोजगार उपलब्ध करवाने की दिशा में उन्होने औद्योगिक संगठनों से संवाद किया व बेरोजगार युवाओं को कारखानो में रोजगार दिलवाया।  अपने गृह क्षेत्र बददी में बिना सरकारी सहयोग से 50 लाख रुपये से आधुनिक सामुदायिक केंद्र का निर्माण करवाया। एशिया के सबसे बडे औद्योगिक नगर बददी के मोक्ष धाम को सर्व सुविधा युक्त करवाया।

स्कूलों में जाकर बच्चों की कैरियर काऊंसलिगं की
विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों को कैरियर व लक्ष्य से संबधित लेक्चर देकर उनको प्रेरित किया। जमा दो स्कूलों के बच्चों को स्वरोजगार व उद्योगों में नौकरी की संभावनाओं पर जागरुक किया तथा उनके शैक्षणिक भ्रमण करवाए। पूरे हिमाचल सहित भारत के विभिन्न कोनों से आने वाले सैंकडों युवाओं को बददी बरोटीवाला नालागढ़ के कारखानों में नौकरी लगवाया।  हिमाचल प्रदेश में अगस्त माह में आई भारी बाढ़ के कारण जब बददी तमाम हिस्सों से कट गया और पुल टूट गए तो युवाओं के साथ मिलकर अस्थाई पुल का निर्माण करवाकर वाहन चालकों को राहत दी। रोड सेफटी क्लब बददी के चीफ एडवाईजर के नाते ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ किया व वाहन चालकों को जागरुक किया। रणेश राणा ने अपनी हिमालया एनजीओ का गठन कर एक दर्जन जरुरतमंद कन्याओं का विवाह करवाया वहीं कई बालिकाओं की पढ़ाई का खर्चा उठाया। एक लडकी जिसकी पढ़ाई छूट गई थी उसकी 3 लाख की फीस अदा करके उसको डाक्टर बनाया। बददी गांव में पुरानी पंरपराओं को सहेजने के लिए 5 लाख रुपये से भव्य चौपाल का निर्माण किया। अपनी हिमालय एनजीओ के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के लिए एक सिलाई केंद्र चलाया हुआ है जिससे हर साल 20 युवतियां ट्रेण्ड हो रही है और रोजगार पा रही है। वह विभिन्न उद्योग संगठनों में एक सदस्य के तौर पर भी प्रतिनधि के तौर पर कार्य करते हैं।

20 हजार छात्र पंजीकृत-कुलपति
कुलपति ने बताया कि हमारे विवि के दुरस्थ एवं आनलाईन शिक्षा केंद्र में 20 हजार छात्र पंजीकृत है जो कि केंद्र की उत्कृष्टता को साबित करता है। सीडीओई की निदेशिका प्रो मंजूला चौधरी ने दूरवर्ती शिक्षा की जानकारी दी। यह हमारे संस्थान का दूसरा कार्यक्रम था जिसमें पूरे भारत से 400 छात्रों ने पंजीकरण करवाया था। इस अवसर पर पत्रकारिता विभाग की निदेशक बिंदू शर्मा व कंवरदीप शर्मा भी उपलस्थित रहे।