डबल इंजन सरकार के दावे शगूफा साबित हुए: सीमा शर्मा 

डबल इंजन सरकार के दावे शगूफा साबित हुए: सीमा शर्मा 

ऊना/सुशील पंडित : राजपथ का नाम परिवर्तन कर कर्तव्यपथ कर देने से कर्तव्य का निर्वहन नहीं हो सकता और न ही कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में लगी पट्टिकाओं को हटाने से विकास मिट जाएगा यह बात ऊना ब्लाॅक  महिला कांग्रेसाध्यक्ष सीमा शर्मा ने एक जारी प्रेस बयान में कही। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों की जैसे जैसे तारीख नजदीक आ रही है। सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए प्रदेश सरकार बौखलाहट में हाथ पैर मारने लगी। उन्होंने कहा कि सरकार की जेब में पैसे नहीं हैं और प्रदेश में विकास कार्यों के नाम पर गुमराह करने के लिए शिलान्यास पट्टिकाएं उठा कर घूम रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का डबल इंजन सरकार के दावे शगूफा साबित हुए हैं। क्योंकि प्रदेश की माली हालत को देखते हुए मौजूदा सरकार को अपने पांच साल के कार्यकाल में कटोरा लेकर दर-दर भटकना पड़ा है।

प्रदेश सरकार केंद्र सरकार से सही तालमेल बिठाने में असफल रही है। जिस कारण पिछले पांच सालों में ऊना का पीजीआई सेटलाइट का प्रोजेक्ट भी मात्र चार दिवारी बनने से आगे नहीं बढ़ पाया। उन्होंने कहा कि उधर प्रदेश सरकार अंतिम सांसें ले रही है, अब विधानसभा चुनावों की आहट होते ही ड्रग पार्क का जुमला छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और उसके करिंदे मंहगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बात ही नहीं करना चाहते। जब पिछले विधानसभा चुनावों में मंहगाई और बेरोजगारी के नाम पर ही भाजपा ने वोट मांगे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार मंहगाई, बेरोजगारी एवं कानून व्यवस्था जैसे गंभीर विषयों पर चुप्पी रखें हुए हैं।

वहीं महिलाओं की सुरक्षा मामलों में बात करते हैं तो मौजूदा सरकार में महिला वर्ग पर अत्याचार और दुष्कर्म के मामलों में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक लगभग 1574 मामले दुष्कर्म के दर्ज हुए हैं। जबकि 384 हत्या के मामलों में 119 हत्याएं महिलाओं की हुई हैं और 7406 के करीब छेड़छाड़ के मामले दर्ज हुए हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ मामलों में भाजपा नेता और कार्यकर्ता पर भी संलिप्त होने के संगीन आरोप लगे हैं।  उन्होंने कहा कि जयराम सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो चुकी है। प्रदेश की जनता जयराम सरकार को विदाई देने का और कांग्रेस पार्टी को सत्ता में लाने का मन बना चुकी है।