नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश सहित देश के 6 राज्यों में SIR की समय सीमा बढ़ा दी है। वहीं, पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग द्वारा कोई बदलाव नहीं किया गया है। इससे पहले SIR की लास्ट डेट 4 दिसंबर तय की गई थी..फिर एक दिसंबर को इसे बढ़ाकर 11 दिसंबर कर दिया गया था। वहीं, वेरिफिकेशन की तारीख बढ़ाकर 25 दिसंबर किया जा सकता है। अब चुनाव आयोग ने बताया है कि मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (CEO) से प्राप्त अनुरोधों के आधार पर 6 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में SIR की प्रक्रिया के कार्यक्रम को संशोधित किया गया है।

चुनाव आयोग ने SIR के जरिए मतदाता सूची को शुद्धतम बनाने के लिए 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश दिया है। आयोग ने कहा है कि मसौदा सूची जारी होने से पहले प्रत्येक बूथों पर पाए गए मृत, स्थानांतरित, अनुपस्थित व डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची राजनीतिक दलों से जुड़े बूथ लेवल एजेंटों के साथ साझा करें।
इस राज्य की तर्ज पर सूची अपलोड करने के निर्देश
चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि बिहार में जिस तरह से ऐसे मतदाताओं की सूची को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर अपलोड़ की गई थी, उसी तरह से सभी राज्य इसे उपलब्ध कराएं। इससे मतदाताओं की सूची में सुधार करने में मदद मिलेगी और मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।
नए मतदान केंद्रों की सूची मुहैया कराने के निर्देश
EC ने पश्चिम बंगाल के सीईओ को निर्देश दिया है कि वह हाई राइज भवनों व सोसाइटियों में रहने वाले मतदाताओं की सुविधा को देखते हुए नए मतदान केंद्र को सृजित करें। साथ ही यह सुनिश्चित करें तो किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता न होने पाए। आयोग ने पश्चिम बंगाल के सीईओ से 31 दिसंबर तक ऐसे मतदान केंद्रों की सूची मुहैया कराने को कहा है।