यमुनानगरः जिला उपायुक्त यमुनानगर के दिशा-निर्देशों के तहत आज एसडीएम जगाधरी ने अनाज मंडी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने धान की बोरियों की तौल करवाया गया। जिसमें कई अनियमितताएं सामने आईं है। दरअसल, कुछ बोरियों में धान का वजन निर्धारित मात्रा से कम पाया गया तो कुछ में अपेक्षा से अधिक निकला। इस मौके पर आढ़ती और लिफ्टिंग एजेंसियों, फूड सप्लाई विभाग, हेफेड और वेयरहाउस के बीच कई खामियां उजागर हुईं। एसडीएम ने मौके पर ही इन विभागों और आढ़तियों के रजिस्टरों की जांच की, जिसमें गंभीर (गड़बड़ियां) मिसमैच पाया गया।
कई आढ़तियों के रजिस्टरों में दर्ज आंकड़े एजेंसियों के रजिस्टरों से मेल नहीं खा रहे थे। जिससे धान की वास्तविक मात्रा और उठान के बीच अंतर स्पष्ट हुआ। एसडीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आढ़तियों के साथ-साथ फूड सप्लाई, हेफेड और वेयरहाउस विभाग के रजिस्टर मौके पर ही जब्त कर लिए। उन्होंने कहा कि इन सभी रजिस्टरों की विस्तृत जांच की जाएगी और जांच पूर्ण होने के बाद ही इन्हें संबंधित पक्षों को वापस सौंपा जाएगा।
एसडीएम ने स्वीकार किया कि बोरियों के वजन को लेकर कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंडी में खरीदी गई धान का सही वजन और उठान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन सख्त कदम उठा रहा है। विभागों के रजिस्टरों में पाए गए मिसमैच और खामियों के आधार पर संबंधित अधिकारियों और आढ़तियों से जवाब तलब किया जाएगा।
उन्होंने मंडी अधिकारियों और विभागीय एजेंसियों को निर्देश दिए कि भविष्य में ऐसी लापरवाहियां दोबारा न हों। सभी संबंधित विभागों को रिकॉर्ड पारदर्शी रखने, तुलाई की प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग करने और प्रतिदिन के लेन-देन का सही विवरण समय पर दर्ज करने के निर्देश दिए गए। प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि यदि जांच में किसी भी प्रकार की हेराफेरी या लापरवाही पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कदम को किसानों के हित में उठाया गया है ताकि मंडियों में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।