अमृतसरः हर साल खालसा सृजना दिवस (वैसाखी) के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित धार्मिक स्थलों पर दर्शनों के लिए जाते हैं और इस बार 6600 भारतीय पाकिस्तान स्थित विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए जा रहे हैं, जिसके दौरान आज 1942 सिख श्रद्धालुओं के जत्थे को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा खालसा के जयकारों की गूंज के बीच गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब में होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए रवाना किया गया। रवानगी के अवसर पर जत्थे का नेतृत्व एसजीपीसी सदस्य जंग बहादुर सिंह तथा उपनेता बीबी जोगिंदर कौर जंगेव ने किया। इस दौरान एसजीपीसी सदस्यों ने प्रमुख हस्तियों को एसजीपीसी पदाधिकारियों द्वारा सिरोपा और फूलों की मालाएं भेंट कर सम्मानित किया।
जत्थे के नेता जंग बहादुर सिंह और प्रताप सिंह ने कहा कि पाकिस्तान में सिख समुदाय के कई गुरुद्वारे हैं, जिनके दर्शनों के लिए सिख समुदाय तरसता है, इसलिए दोनों देशों की सरकारों ने उदारतापूर्वक वीजा प्रदान किए हैं। उन्होंने जत्थे का नेतृत्व सौंपने के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी को धन्यवाद दिया।
जत्थे को रवाना करते हुए एसजीपीसी सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि यह जत्था पाकिस्तान के गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब में खालसा सृजना दिवस वैसाखी के मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान रवाना हो गया है तथा पाकिस्तान में विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन करने के बाद यह जत्था 19 अप्रैल को भारत लौटेगा।
उन्होंने बताया कि इस बार शिरोमणि कमेटी ने 1942 श्रद्धालुओं के पासपोर्ट वीजा के लिए भेजे थे, जिनको दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने वीजा जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि इस बार सभी श्रद्धालुओं को वीजा मिल गया है, जिससे संगत में काफी उत्साह है। उन्होंने कहा कि जो श्रद्धालु आज अपना पासपोर्ट लेने नहीं पहुंच सके, वे जत्थे के रवाना होने से पहले अपना पासपोर्ट ले लें।