लुधियानाः लुधियाना में मुस्लिम कालोनी स्थित एक निजी स्कूल में बच्चे (छात्र) को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया। बच्चे पर आरोप था कि उसने अपने सहपाठी को पेंसिल मारी थी। इसके बाद बच्चे पर दो दिन तक स्टाफ ने जुल्म ढ़हाया। स्कूल प्रिंसिपल ने दो छात्रों से LKG में पढ़ रहे बच्चे के हाथ और पांव पकड़वा और फिर उसके पैरों पर डंडे बरसाए गए। इस दौरान बच्चा रहम के लिए चिल्लता रहा। परिजनों का आरोप है कि उनके बच्चे के साथ 2 दिन इसी तरह से मारपीट हुई है।
स्कूल के ही किसी बच्चे ने इसकी वीडियो बना ली। बच्चा घर आया तो उसके पांव के तलवे लाल थे, वह चल भी नहीं पा रहा था। उसकी जांघों और बैक पर डंडों के निशान थे। परिजनों का कहना है कि वे पुलिस को शिकायत देंगे। बाल विकास स्कूल में LKG में पढ़ रहे छात्र की माता साहिलुना खातून ने कहा कि उनका बेटा जब घर आया तो उसकी जांघों और बैक पर डंडों के निशान थे। बच्चे के पैरों के तलवे इतनी बुरी तरह से लाल हो गए है कि उससे अच्छे से चला भी नहीं जा रहा। साहिलुना ने कहा कि बेटे मुर्तजा को जब मारा तो वह चिल्लाया और जमीन पर गिर गया। इसके बाद प्रिसिंपल ने दो दिन उससे मारपीट की। थाना मोती नगर में वह शिकायत दर्ज करवाएंगे।
स्कूल के प्रिंसिपल श्रीभगवान ने कहा कि बच्चे ने किसी अन्य बच्चे को पेंसिल मारी थी। उस बच्चे के परिजन उनके पास शिकायत लेकर आए थे। छात्र को कई बार समझाया है कि वह शरारत न करें। पेंसिल यदि किसी बच्चे के नाजुक जगह पर लग जाती तो मामला बिगड़ सकता है। प्रिंसिपल श्रीभगवान ने कहा कि बच्चे के परिजन पहले भी कई बार उन्हें कह चुके है कि वह चैनी-खैनी का सेवन करता है। उसकी इस आदत को हटाए। इसके लिए यदि कभी पिटाई करनी पड़े तो कर सकते हैं। प्रिंसिपल के मुताबिक उन्होंने इतने जोर से डंडे नहीं मारे, जितना परिवार मुद्दा बना रहा है। छात्र को जब डांट रहे थे तो वह जमीन पर लेट गया। इसी कारण दो छात्रों की मदद से उसे पकड़ा गया और उसे सजा दी। प्रिंसिपल के मुताबिक उनके लिए यह बच्चा भी बाकी बच्चों की तरह है। उन्होंने उसे किसी गलत मानसिकता के चलते नहीं मारा।