ऊना/ सुशील पंडित: राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजना के सौजन्य से आवारा एवं पालतु कुत्तों के लिए निःशुल्क एंटी रेबीज टीकाकरण एवं जागरूकता शिविर एवं ज़िला ऊना प्रशासन की ओर से नशा मुक्त अभियान संयुक्त रूप से क्रम जारी है। रेबीज एक जानलेवा बीमारी है जिस का केवल बचाव है उपचार नहीं है। शनिवार को राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजना के सौजन्य से निःशुल्क एंटी रेबीज टीकाकरण अभियान और ज़िला प्रशासन के नशा मुक्त विशेष अभियान को लगातार गति के तहत उपमंडल बंगाणा की ग्राम पंचायत सुखडायल के तहत तूतडू में जागरूकता / निःशुल्क एंटी रेबीज टीकाकरण शिविर आयोजित किया गया जिस में पशु पालन विभाग से सहायक निदेशक ( परियोजना) ने बतौर मुख्यअतिथि ,वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी ,प्रभारी उपमंडलीय पशु चिकित्सालय बंगाणा ,डाक्टर सतेंद्र ठाकुर के साथ शिरकत की ।
डॉक्टर परमार ने पशु पालकों को संबोधित करते हुए कहा कि जानलेवा घातक बीमारी रेबीज का केवल बचाव है उपचार नहीं इस लिए अपने पालतु कुत्तों का पशु चिकित्सालय में जाकर रजिस्ट्रेशन करवाना चाहिए ,टीकाकरण बारे जानकारी लेनी चाहिए ,समयवद टीकाकरण करवाना चाहिए ।उन्होंने कहा की राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजना के तहत पूरे ज़िले में सितम्बर तक 10,000 आवारा तथा पालतु कुत्तों को निःशुल्क एंटी रेबीज टीकाकरण किया जाना है साथ में स्टर्लिज़ेशन ऑपरेशन भी किए जाएँगे । अभी तक अभियान के तीन सप्ताह के बीच पूरे ज़िला में 1200 कुत्तों का टीकाकरण किया जा चुका है उस में से आधे से ज़्यादा उपमंडल बंगाणा का योगदान है जिस के लिए उन्होंने वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सतेंद्र ठाकुर की शानदार कार्यशैली की प्रशंसा की क्योंकि वो जगह शिविर आयोजित करवाकर स्वयं जाकर पशु पालकों को पशु पालन की परियोजनाओं , पशु क्रेडिट कार्ड और नशा मुक्त ऊना अभियान बारे विस्तृत जानकारी दे रहे हैं उन्होंने कहा कि इसी स्थल पर एक विशाल स्ट्रलाइज़ेशन ऑपरेशन शिविर आयोजित कर आवारा तथा पालतु कुत्तों के निःशुल्क ऑपरेशन सितंबर माह में निःशुल्क किए जाएँगे।
इस से पहले डॉक्टर सतेंद्र ठाकुर ने सहायक निदेशक महोदय और उपस्थित पशु पालकों का हार्दिक स्वागत और अभिनंदन किया साथ साथ में पशु पालकों को किसान पशु कार्ड बनाने बारे विस्तृत जानकारी दी उन्होंने कहा की हम ने उपमंडल बंगाणा में 100% पशु पालकों को पशु क्रेडिट कार्ड वारे जानकारी देने का लक्ष्य रखा है इस लिए सभी से गुज़ारिश है कि इस कार्यक्रम का लाभ उठा कर अपनी आर्थिकी को मज़बूत करें ॥ डॉक्टर सतेंद्र ने ज़िला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे नशा मुक्त ऊना अभियान बारे भी जानकारी दी तथा पशु पालकों से अनुरोध किया कि वह अपने बच्चों को अलग अलग प्रकार के नशे बारे जानकारी दें ,उन के ऊपर नज़र रखें क्योंकि नशा एक धीमा ज़हर है जो नवयुवाओं को बड़ी तेज़ी से अपने चंगुल में फँसा रहा है और हमारा समाज दिन प्रतिदिन खोखला होता जा रहा है। सभी पशु पालकों को नशे को जड़ से ख़त्म करने के उद्देश्य से नशे ख़िलाफ़ जन आन्दोलन चलाने की क़सम दिलवाईं गई ।
इस शिविर में लगभग पचास पशु पालकों ने हिस्सा लिया और 40 पालतु और 5 आवारा कुत्तों को मुफ़्त टीकाकरण किया गया पशु पालकों के अतिरिक्त नरेश कुमार, राज कुमार, भीम सिंह, सुरेश पशु औषधीयोजक और प्रशिक्षु वेटी फार्मासिस्ट सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
