उतराखंडः अमेरिका के रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत पन्नू ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को कॉल कर धमकाया और कहा कि अगर उत्तराखंड में उनके संगठनों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए तो उसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री होंगे। यह मामला जब डीजीपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल एसटीएफ से जांच कराने के निर्देश जारी कर दिए हैं। एसटीएफ ने इन तमाम नंबरों को ट्रेस करना शुरू कर दिया है।
यह पहला मामला नहीं है जब पन्नू के इस तरह के मैसेज वायरल हुए हों। पहले भी कई बार इस तरह से लोगों के पास कॉल आती रही हैं। हालांकि, पुलिस अधिकारियों के मुताबिक उत्तराखंड में सिख फॉर जस्टिस संगठन का कोई आधार नहीं है। यहां पर उसके समर्थक भी पुलिस की नजर में नहीं आए हैं। पन्नू हमेशा से ही आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा है और उसकी ऐसी कई कॉल रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई है। पन्नू को सिख फॉर जस्टिस का चेहरा माना जाता है। दो साल पहले पन्नू ने “रेफरेंडम 2020” आयोजित करने कि जिसमें उसने दुनियाभर के सिखों से खालिस्तान के समर्थन में वोट देने की अपील की थी।
वह युवाओं को खालिस्तान के लिए भड़काता रहा है। जुलाई 2020 में पन्नू को यूएपीए (गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून) के तहत आतंकवादी घोषित किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पन्नू ने एक बार भारतीय छात्रों को खालिस्तानी झंडा उठाने और खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाने को कहा था और इसके बदले में उन्हें आईफोन 12 मिनी देने का वादा किया था।