सिरमौरः हिमाचल प्रदेश के ट्रांसगिरि क्षेत्र में हुई इस अनोखी शादी ने लोगों का ध्यान खींचा है। लंबे समय से बंद दरवाजों के पीछे चल रही इस प्रथा को सिरमौर जिले के शिलाई गांव के प्रदीप नेगी और कपिल नेगी ने समाज के सामने खुलेआम अंजाम दिया। दोनों भाइयों ने निकटवर्ती कुन्हाट गांव की सुनीता चौहान से हाटी समुदाय की सांस्कृतिक विरासत से ओतप्रोत एक समारोह में विवाह किया। दरअसल, सिरमौर जिले की लोक परम्पराएं और रीति-रिवाज भी एकदम अलग हैं। संयुक्त परिवार और प्रॉपर्टी बंटवारे को रोकने के लिए यहां आज भी बहुपतिप्रथा प्रचलित है। ये अनोखी शादी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। यह गिरिपार क्षेत्र की प्राचीन परंपरा है। अब ये परंपरा समय के साथ गायब हो चुकी थी।
लेकिन अब शिलाई क्षेत्र में 2 सगे भाइयों ने एक ही लड़की से विवाह कर इस प्राचीन परंपरा को फिर से जीवित कर दिया है। इस शादी के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि पुरानी परंपरा को कायम रखते हुए 2 सगे भाइयों ने एक युवती से शादी रचाई है। हाटी समाज में इसे ‘उजला पक्ष’ कहा जाता है। शिलाई गांव के थिंडो खानदान से संबंध रखने वाले शख्स ने अपने दोनों बेटों की शादी कुन्हट गांव की बेटी से पूरे रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न करवाई। तीनों ही नवविवाहित शिक्षित हैं और साधन-संपन्न परिवार से संबंध रखते हैं। एक दूल्हा जल शक्ति विभाग में सेवारत है, जबकि दूसरा दूल्हा विदेश में नौकरी करता है।
दोनों भाइयों की यह शादी 12, 13 व 14 जुलाई को काफी धूमधाम से हुई। इस दौरान परिवार और रिश्तेदारों के अलावा, गांव के लोग भी शादी समारोह में शामिल हुए। गौरतलब है कि उत्तराखंड के जौनसार बाबर और सिरमौर जिला के गिरिपार इलाके में पहले समय में सगे भाई एक ही लड़की से विवाह करते थे। इसके पीछे संयुक्त परिवार को बनाए रखने का भी हवाला दिया जाता थासमय के साथ ये परंपराएं गायब होती गईं। लेकिन शिलाई क्षेत्र के दोनों सगे भाइयों ने एक बार फिर एक ही लड़की से विवाह कर इस प्राचीन परंपरा को जीवित कर दिया है।