भिंडः इन दिनों मध्य प्रदेश के भिंड जिले से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं उसे देखकर हर कोई हैरान रह सकता है। यहां पर इतना बड़ा भंडारा हो रहा है कि इसका खाना बनाने में जेसीबी और बुलडोजर का उपयोग किया जा रहा है।
दरअसल, यह भंडारा मध्य प्रदेश के भिंड जिले में स्थित दंदरौआ धाम में हो रहा है। यहां इन दिनों ‘सियपिय’ मिलन समारोह आयोजित किया गया है। इस समारोह में बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र शास्त्री भी उपस्थित रहते हैं और वे कथा सुना रहे हैं। इस आयोजन के दौरान जो श्रद्धालु प्रतिदिन यहां पहुंच रहे हैं उनके लिए भंडारे की व्यवस्था भी की गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस भंडारे के बारे में रोजाना लाखों श्रद्धालुओं का भोजन बनाया जाता है। इसके लिए यहां 700 हलवाई और करीब 10 हजार स्वयंसेवक लगे हुए हैं। हलवाइयों की रात दिन की शिफ्ट लगी हुई है। हालत यह है कि खाने को बनाने के लिए भंडारे में जेसीबी मशीन से लेकर बुलडोजर और कंक्रीट मिक्सर तक का उपयोग किया जा रहा है।
भंडारे में सुबह 20 क्विंटल पोहा और 8 क्विंटल सूजी का उपयोग करते हुए सुबह का नाश्ता तैयार किया जा रहा है। वहीं दोपहर के भंडारे में सब्जी, पूड़ी और मालपुआ परोसा जा रहा है। यहां की बड़ी से किचन में गंगा और जमुना नाम के दो बड़े कड़ाहे हैं। जिनमें 20 क्विंटल आलू की सब्जी बनती है। इसे जेसीबी मशीन की मदद से ट्रॉली में डाला जाता है। यही से तस्वीरें वायरल हुई हैं।
फिलहाल इस भंडारे को कई कारणों से याद किया जा रहा है। इतने विशाल भंडारे में इतना ज्यादा भोजन तैयार होना एक बात है लेकिन हलवाइयों द्वारा जेसीबी मशीन और सीमेंट कंक्रीट मिक्सर का उपयोग किया जा रहा है, यह चर्चा का विषय बना हुआ है। इसकी कई तस्वीरें भी सामने आई हैं।