पठानकोट: बीती शाम से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ युवक कागज पर पाउडर जैसी कोई चीज दिखाते हुए नजर आ रहे हैं। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि यह नशीला पाउडर चिटा हो सकता है। जब टीम इस वीडियो की जांच करने के लिए थाना डिवीजन नंबर 1 में पहुंची तो डिवीजन नंबर 1 के थाना प्रमुख ने बताया कि उन्होंने यह भी वीडियो देखा है इसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर इसका निरीक्षण किया था।
उन्होंने बताया कि यह नशीला पाउडर था। नशा मुक्ति केंद्र से नशेड़ियों को मिलने वाली गोलियां सफेद नहीं बल्कि नशेड़ियों ने ही पाउडर बना ली थी। जब हमारी टीम इस बारे में जानकारी लेने के लिए सिविल अस्पताल के अधिकारियों के पास पहुंची तो उन्होंने हमसे मिलने से ही इंकार कर दिया क्योंकि स्वास्थ्य विभाग ने यह साफ निर्देश दिए हैं कि यदि कोई नशा मुक्ति केंद्र में दावा लेने के लिए पहुंचता है तो उसे केंद्र पर ही दवा दी जाए न कि दवा देकर वापिस भेज दिया जाए लेकिन यहां पर बड़ा सवाल यह है कि यदि नशा केंद्र में ही नशेड़ियों को दवा दी जाती है तो वो गोलियां बाहर कैसे पहुंची।
एसएचओ ने इस मामले पर बात करते हुए कहा है कि जो वीडियो वायरल हो रही है उसमें युवक जो सफेद पदार्थ लेते हुए दिख रहे हैं वो सिविल अस्पताल से लगी हुई दवाई का रोज सेवन करते हैं। यह कोई नशीला पदार्थ नहीं है। उन्होंने कहा कि 1 जुलाई से लेकर अब तक उन्होंने कई लोग ऐसे गिरफ्तार किए हैं जो नशा करते थे।