अमृतसरः खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह से एनएसए हटाने की तैयारी की जा रही है। दो साल पहले गिरफ्तार किए और डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल और उसके दो साथी पपलप्रीत सिंह और वरिंदर सिंह जौहल पर से 22 मार्च को समाप्त हो चुकी है और अभी तक एनएसए की अवधि बढ़ाने का कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक अभी तक अमृतपाल और उनके साथियों की एनएसए की अवधि बढ़ाने या इससे संबंधित कोई अन्य आदेश जारी नहीं हुआ है। जिससे साफ है कि पंजाब सरकार अब अमृतपाल सिंह पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। वे अमृतपाल सिंह और उनके दो अन्य साथियों पप्पलप्रीत सिंह और वरिंदर विक्की को पंजाब के अमृतसर लाकर 2023 में अजनाला थाने पर हुए हमले की जांच में शामिल कर सकते हैं।
पंजाब सरकार 21 मार्च को अमृतपाल सिंह के 7 साथियों को लेकर अमृतसर पहुंची और उन्हें कोर्ट में पेश कर 3 दिन का रिमांड हासिल किया। जबकि अमृतपाल सिंह के मामले में सुनवाई लंबित थी। जिसके चलते अमृतपाल सिंह, पप्पलप्रीत सिंह और वरिंदर विक्की के बारे में कोई फैसला नहीं लिया जा सका। उम्मीद है कि सरकार अभी आदेश जारी करने की बजाय 25 मार्च को कोर्ट में अमृतपाल सिंह और उसके दो साथियों के बारे में अपना फैसला साफ करेगी।
21 मार्च को ही पंजाब लौटे हैं 7 साथी
अमृतपाल सिंह के 7 साथियों को 17 मार्च से ही डिब्रूगढ़ जेल से रिहा कर प्रोडक्शन वारंट पर अमृतसर लाने का काम शुरू हो गया था। जिसके बाद 20 मार्च की रात उन्हें डिब्रूगढ़ से अमृतसर शिफ्ट करने का काम शुरू किया गया और 21 मार्च को उन्हें अमृतसर की अजनाला कोर्ट में पेश कर तीन दिन का रिमांड हासिल किया गया।