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Thyroid से महिलाएं क्यों होती हैं ज्यादा प्रभावित? जानिए लक्षण और बचाव के उपाय

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Health: यह एक बहुत जरूरी और आम स्वास्थ्य विषय है, खासकर महिलाओं के लिए। नीचे आपके दिए गए टॉपिक पर एक उपयुक्त हेडिंग, साथ ही एक संक्षिप्त लेख (introduction, कारण, लक्षण और बचाव के उपाय) दिया गया है:

थायराइड से महिलाएं ज्यादा क्यों होती हैं प्रभावित?

थायराइड एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है, जो गले के सामने हिस्से में स्थित होती है और यह थायरॉक्सिन जैसे महत्वपूर्ण हार्मोन बनाती है। ये हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज्म, ऊर्जा के स्तर, दिल की धड़कन, और वजन को नियंत्रित करते हैं। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में थायराइड की समस्या कहीं अधिक देखी जाती है, और इसके पीछे मुख्य कारण हैं हार्मोनल असंतुलन और ऑटोइम्यून डिसऑर्डर।

महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव अधिक बार होते हैं — जैसे मासिक धर्म, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज़)। इन बदलावों के कारण थायराइड ग्रंथि की कार्यप्रणाली पर असर पड़ता है। इसके अलावा, महिलाएं ऑटोइम्यून बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं। हाशिमोटो थायरॉयडाइटिस (Hashimoto’s thyroiditis) और ग्रेव्स डिजीज़ (Graves’ disease) जैसी बीमारियां महिलाओं में अधिक सामान्य हैं, जो थायराइड की कार्यक्षमता को प्रभावित करती हैं। यदि परिवार में किसी को थायराइड की समस्या रही है, तो महिलाओं में इसके होने की संभावना और भी बढ़ जाती है।

थायराइड के लक्षण क्या होते हैं?

थायराइड की समस्या दो तरह की हो सकती है — हाइपोथायरॉयडिज्म (थायराइड हार्मोन की कमी) और हाइपरथायरॉयडिज्म (थायराइड हार्मोन की अधिकता)।

हाइपोथायरॉयडिज्म में आम लक्षण हैं: थकावट, वजन बढ़ना, बालों का झड़ना, त्वचा का रूखापन, डिप्रेशन, और मासिक धर्म में अनियमितता। वहीं हाइपरथायरॉयडिज्म के लक्षणों में शामिल हैं: तेजी से धड़कन चलना, घबराहट, वजन का अचानक घटना, अत्यधिक पसीना आना, और नींद न आना।

बचाव और इलाज कैसे करें?

थायराइड से बचाव और इसका प्रबंधन संभव है, बशर्ते सही समय पर पहचान और उपचार किया जाए। सबसे जरूरी है कि महिलाएं नियमित रूप से थायराइड की जांच कराएं, खासकर यदि लक्षण महसूस हों या परिवार में किसी को यह समस्या हो। अपने आहार में आयोडीन युक्त नमक, डेयरी प्रोडक्ट्स, और समुद्री खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए, क्योंकि आयोडीन थायराइड के लिए आवश्यक है।

तनाव भी थायराइड को प्रभावित कर सकता है, इसलिए योग, मेडिटेशन और पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। साथ ही, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम थायराइड को नियंत्रण में रखने में मदद करते हैं। यदि थायराइड की पुष्टि हो जाए, तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयाँ समय पर लेनी चाहिए, और किसी भी तरह की लापरवाही से बचना चाहिए।

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