ऋषिकेश: उत्तराखंड के लक्सर क्षेत्र में कोर्ट में पेशी पर ले जा रहे मेरठ के गैंगस्टर पर बाइक सवारों ने फिल्मी स्टाइल में गोलियां चला दी थी। इस घटना में गोलियां लगने से विनय त्यागी और 2 पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। घायलों को उपचार के लिए ऋषिकेश एम्स में दाखिल करवाया गया, जहां आज विनय त्यागी की मौत हो गई। वहीं विनय त्यागी की बहन ने इस पूरे मामले में बड़े खुलासे किए है। बहन ने मीडिया को करोड़ों की काली कमाई के राज की बात बताई है। त्यागी की बहन सीमा त्यागी ने मीडिया के सामने कहा कि विनय त्यागी एक ठेकेदार की 750 करोड़ रुपये की काली कमाई के राज जानता था। यह रकम देहरादून के डॉक्टर के घर रखी हुई थी।
विनय ईडी को देना चाहता था। ऐसे में जब यह बात ठेकेदार को पता चली तो उसने डॉक्टर के माध्यम से उसे चोरी में जेल भिजवा दिया। यह राज कभी न खुले इसके लिए अब विनय त्यागी को खत्म करने की योजना बनाई गई। सीमा त्यागी ने आरोप लगाया कि इस घटना की साजिश एक ठेकेदार ने रची है। ठेकेदार के घर छापा पड़ने वाला था। इससे पहले ही उसने अपनी 750 करोड़ की नकदी व अन्य जेवरात देहरादून के एक डॉक्टर के घर छुपा दिए। डॉक्टर और विनय अच्छे दोस्त हैं। विनय त्यागी को भी इस रकम का पता चल गया था कि यह ठेकेदार की रकम है जिसे उसने छिपाकर यहां रखा है।
विनय त्यागी की पत्नी चुनाव लड़ी थी। इस चुनाव में ठेकेदार ने विनय त्यागी को खूब परेशान किया था। इस बात से विनय त्यागी भी उससे रंजिश रखता था और बदला देना चाहता था। इसी बदले की भावना से विनय त्यागी ने तय किया कि वह यह रकम ईडी को दे देगा। इस बात पर डॉक्टर भी रजामंद था। बाद में यह बात किसी तरह ठेकेदार को पता चल गई। ठेकेदार ने डॉक्टर को डराया तो उसने विनय त्यागी पर चोरी के आरोप लगा दिए। सितंबर में उसे चोरी के आरोप में जेल भेज दिया गया। विनय त्यागी की पत्नी को भी धमकाया गया।
आरोप लगाए कि विनय के खिलाफ लक्सर और पुरकाजी में झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए। देहरादून जेल से रुड़की जेल शिफ्ट के भी फर्जी कागजात तैयार किए गए। जबकि परिजनों को जेल से शिफ्ट करने के लिए किसी प्रकार का आवेदन नहीं दिया था। दो दिन बाद लक्सर में छोटे मुकदमे में पेशी के दौरान भी सुरक्षा में लापरवाही बरती गई और विनय को रास्ते से हटाने के लिए यह हमला कर दिया गया।