ऊना/सुशील पंडित: स्वां में खनन पर रोक के बावजूद माफिया बेखौफ नदी को छलनी कर रहा है। ताजा मामला हरोली का है जहां अरबों रुपया खर्च करके बने बांध को खोदकर माफिया किसी की निजी भूमि से रेत चोरी करके ले गया। जमीन मालिकों को जब पता चला तो उन्होंने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
शिकायतकर्ता दीपा निवासी कांटे ने बताया कि हमारे गांव में बांध के साथ मलकियत भूमि है जो बांध के दोनों ओर पड़ती है। गांव के जरनैल सिंह, ठाकरां गांव के जितेंद्र कुमार, पालकवाह के नरेश कुमार और सूरज, करमपुर के जसविंदर सिंह, रमन कुमार निवासी टाहलीवाल ने जेसीबी की मदद से पहले बांध को खोदकर रास्ता बनाया और फिर हमारे खेतों से रेत चोरी कर लिया। हमारी जमीन की दो दिशाओं से रास्ता निकालकर वे ट्रैक्टरों से करोड़ों रुपए की रेत चोरी करके ले जा चुके हैं। डीएसपी हरोली मोहन रावत ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर छह के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
यह पहली बार नहीं हुआ है कि किसी की निजी भूमि से खनन हुआ हो। पिछले दिनों जनकौर की चरांद से भी रेत चोरी होने की सूचना मिली थी। फतेहपुर, खानपुर, घालुवाल, संतोषगढ़ समेत शायद की स्वां का कोई हिस्सा है जो रोजाना जेसीबी के पंजों से खोदा न जाता हो। खनन माफिया इस समय पंजाब और बाहरी राज्यों में बढ़ रही रेत की डिमांड को पूरा करने में लगा है। नदियों और खड्डों पर जबसे खनन माफिया का कब्जा हुआ है तब से 800 रुपए में मिलने वाली रेत की ट्रॉली 1500 से 2500 रुपए तक पहुंच गई है। बजरी का भी यही हाल है। जबकि खनन माफिया के इस काले धंधे में आने से पहले तक पूरे ऊना निवासियों को सस्ते दाम पर रेत मिलता था।