छिंदवाड़ाः मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया क्षेत्र की 18 महीने की मासूम धानी डेहरिया ने नागपुर के मेडिकल हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। धानी पिछले कुछ दिनों से गंभीर रूप से बीमार थी और उसका इलाज नागपुर में चल रहा था। डॉक्टरों ने बताया कि उसकी मौत किडनी फेलियर से हुई है। वहीं अब छिंदवाड़ा जिले के परसिया में बच्चों में किडनी फेल होने के दुखद मामलों से संबंधित एक बड़े घटनाक्रम में, स्थानीय प्रशासन ने स्टेशन रोड परसिया स्थित 2 मेडिकल स्टोर, रसेला मेडिकल और श्रीवास्तव मेडिकल को सील कर दिया है।
बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई बच्चों की मौत के बाद सामने आए गंभीर मामले की चल रही जांच का हिस्सा है, जिसमें दूषित कफ सिरप और कुछ अन्य दवाओं के सेवन की आशंका जताई जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया था कि किडनी संबंधी समस्याओं से पीड़ित कई बच्चों ने इन निजी मेडिकल स्टोर्स से दवाइयां ली थीं। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम ने जांच को आगे बढ़ाते हुए इन दोनों प्रतिष्ठानों को बंद (सील) कर दिया है, ताकि दवाओं के स्टॉक और प्रिस्क्रिप्शन रिकॉर्ड की गहनता से जांच की जा सके।
उल्लेखनीय है कि इस पूरे मामले की जांच के लिए केंद्र और राज्य की विशेषज्ञ टीमें (जैसे NCDC और IDSP) पहले ही परासिया पहुंच चुकी हैं। उन्होंने मानव और दवा नमूनों के साथ-साथ पानी के नमूने भी एकत्र किए हैं। इस बीच, कुछ संबंधित दवाइयों और कफ सिरपों के उपयोग पर भी अस्थाई रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से क्षेत्र में अवैध और अनधिकृत दवा वितरण पर लगाम लगने की उम्मीद है।