हेल्थः बदलते लाइफ स्टाइल में युवा भी दिल से जुड़ी बीमारियों की चपेट में आने लग पड़े है। अगर आपको भी सीने में तकलीफ़, सांस फूलना, चक्कर आना या अचानक थकान जैसे संकेत दिखाई दें तो इसे नजरअंदाज न करें। यह स्थिति आपके कमजोर हार्ट के संकेत हो सकते हैं। ऐसे में अपने हार्ट को मजबूत बनाने के लिए कुछ वर्कआउट को अपनी डेली रूटीन में शामिल करें।
– तेज चलना: जो लोग तेजी से चलते थे, उनमें धीरे चलने वालों की तुलना में दिल की धड़कन में गड़बड़ी का खतरा काफी कम था। एक स्टडी में पाया गया कि हर दिन सिर्फ़ 11 मिनट तेज चलने से दिल की बीमारी, स्ट्रोक और दूसरी गंभीर बीमारियों से जल्दी मौत का खतरा काफी कम हो जाता है।
– साइकिल चलाना: साइकिलिंग करने से दिल की धड़कन बढ़ती है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, दिल की मांसपेशियों को मजबूत होती है। साथ ही इस एक्सरसाइज को करने से लोअर बॉडी भी मजबूत होती है और वजन भी कम होता है
– स्विमिंग: सभी कार्डियो एक्सरसाइज में, स्विमिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है जो जोड़ों पर लगभग जीरो स्ट्रेस डालती है। साथ ही स्विमिंग कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस, स्टैमिना और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाकर दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है। यह हेल्दी वज़न बनाए रखने में मदद करता है और ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है। पानी का रेजिस्टेंस और बॉयेंसी पूरे शरीर की कसरत देता है जो दिल की मांसपेशियों को मजबूत करता है और लंबी उम्र दे सकता है।
– स्ट्रेंथ ट्रेनिंग: स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को अक्सर मसल्स बनाने से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन दिल की सेहत को सपोर्ट करने में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग बेहद फायदेमंद है। रेजिस्टेंस ट्रेनिंग करने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा 40–70% तक कम हो जाता है। हफ़्ते में 2-3 दिन बिना किसी रुकावट के करने का लक्ष्य रखें, हर एक्सरसाइज के 1-3 सेट के 10-12 रिपीटिशन करें।