क्रूसीफेरस सब्जियां हैं नुकसानदेह, प्रोसेस्ड फूड से रहें दूर
हेल्थ टिप्सः थायराइड ग्रंथियां जब पर्याप्त हॉर्मोन उत्सर्जित नहीं करती हैं तो इसे हाइपोथायरायडिज्म कहते हैं। इससे मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, जिससे सेहत से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं। इसे मैनेज करने के लिए अक्सर दवाइयां लेनी पड़ती हैं, लेकिन कुछ ऐसे फूड हैं, जिन्हें डाइट से कम कर दें तो इस समस्या में कमी आ सकती है। इसके अलावा संतुलित भोजन, नियमित एक्सरसाइज के साथ यदि खुद को हाइड्रेट रखें तो इसे अच्छी तरह मैनेज कर सकते हैं।
सोयाबीन और उसके प्रोडक्ट जैसेकि टोफू, सोया चाप, सोया मिल्क, सोया सॉस आदि का सेवन थायराइड के लिए दी जाने वाली दवाइयों के असर को कम करता है। सोयाबीन में आइसोफ्लेवोंस नामक तत्व पाए जाते हैं, जो थायराइड ग्रंथि को प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि कभी-कभार खा सकते हैं, लेकिन बेहतर है कि बचें। खासकर जब थायराइड की दवा ले रहे हों।
ब्रोकली, फूलगोभी और पत्ता गोभी जैसी सब्जियों में गोइट्रोजन नामक तत्व होता है, जो थायराइड के उत्पादन को प्रभावित करता है। यदि इन सब्जियों को कच्चा खाया जाए तो हाइपोथॉयराडिज्म की समस्या और बढ़ सकती है। हालांकि उन्हें पकाकर खाने से गोइट्रोजन का प्रभाव कम होता है। ऐसे में मॉडरेट एवं पकाकर खाना बेहतर है।