World: दुनिया में कई अत्यंत जहरीले साँप हैं, जिनमें से कुछ बेहद दुर्लभ होते हैं और शायद ही कभी दिखाई देते हैं। नीचे कुछ ऐसे साँपों की सूची है जो दुनिया के सबसे जहरीले माने जाते हैं और कभी-कभी ही देखने को मिलते हैं:
इनलैंड तायपन (Inland Taipan): जिसे “फीयरस स्नेक” भी कहा जाता है, दुनिया का सबसे जहरीला साँप माना जाता है। यह ऑस्ट्रेलिया के दूरदराज इनलैंड इलाकों में पाया जाता है। इसका ज़हर इतना ताक़तवर होता है कि एक ही काट में 100 से ज़्यादा लोगों को मारने की क्षमता रखता है। हालांकि, यह साँप बेहद शर्मीला होता है और इंसानों से बचकर रहता है, इसलिए इसे देख पाना बहुत दुर्लभ होता है।
ब्लू क्रेट (Blue Krait): जिसे बंगारस कॉलर भी कहा जाता है, भारत, बांग्लादेश और थाईलैंड जैसे देशों में पाया जाता है। यह रात के समय सक्रिय होता है और दिन में छिपा रहता है। इसके ज़हर में शक्तिशाली न्यूरोटॉक्सिन होता है जो मांसपेशियों को पंगु बना सकता है और अगर समय पर इलाज न मिले तो मृत्यु निश्चित है।
सी स्नेक (Belcher’s Sea Snake): समुद्री इलाकों में पाया जाने वाला एक अत्यंत विषैला साँप है। यह मुख्यतः ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण एशिया के गर्म समुद्रों में देखा जाता है। इसकी कुछ प्रजातियाँ इनलैंड तायपन से भी ज़्यादा जहरीली मानी जाती हैं। चूंकि ये साँप समुद्र में रहते हैं, इसलिए इंसानों को ये कम ही दिखाई देते हैं।
फिलिपिन कोबरा (Philippine Cobra): फिलिपींस के जंगलों में पाया जाता है। यह एक स्पिटिंग कोबरा है, जो अपने ज़हर को आँखों में थूक सकता है, जिससे अस्थायी या स्थायी अंधापन हो सकता है। इसका ज़हर तंत्रिका तंत्र को बहुत तेजी से प्रभावित करता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ और मृत्यु हो सकती है। यह आम तौर पर छिपा रहता है और तभी हमला करता है जब उसे खतरा महसूस होता है।
डेजर्ट टायपन (Desert Taipan): ऑस्ट्रेलिया के रेगिस्तानी क्षेत्रों में पाया जाता है और यह भी अत्यधिक ज़हरीला होता है। इसका ज़हर बहुत तेज़ी से असर करता है, और काटने के कुछ ही मिनटों में लक्षण दिखाई देने लगते हैं। यह साँप रेगिस्तान में रहने के कारण बहुत कम दिखाई देता है, जिससे इसकी दुर्लभता और बढ़ जाती है।