होशियारपुर: मुकेरियां के ब्यास नदी के तेज बहाव के कारण धनोवा पुल में दरार पड़ गई है। यह पुल मुकेरियां को गुरदासपुर के साथ जोड़ता है। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर पुल पर पुलिस तैनात की है। पुल पर बड़े वाहनों के आने-जाने पर भी रोक लग गई है। किसी भी तरह की दुर्घटना से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है। पोंग डैम में रात तक 2 लाख क्यूसेक पानी के आने की संभावना जताई जा रही है।
यह पुल 2016 में अकाली दल ने बादल सरकार के कार्यकाल में बनाया था। इस पुल का उद्घाटन विक्रमजीत सिंह मजीठिया ने किया था। पिछले कुछ दिनों से ब्यास नदी में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे पुल की स्थिति प्रभावित हुई है।
इसके अलावा पौंग डैम से ब्यास नदी में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है ऐसे में गुरदासपुर और होशियारपुर जिले की सीमा पर स्थित श्री हरगोबिंदपुर साहिब में ब्यास नदी के किनारे बसे निचले इलाकों में भी पानी लगातार बढ़ रहा है। नदी किनारे बसे हुए गांवों के लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लग गए हैं।
लोग इतने डर गए हैं कि गुरुद्वारा गांव फत्ता से गुरु साहिब के पावन स्वरुप को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। गनीमत यह है कि प्रशासन लगातार दावा कर रहा है कि कोई खतरनाक स्थिति पैदा नहीं हुई है लेकिन निचले इलाकों के लोगों का कहना है कि जिस तरह से पानी लगातार बढ़ रहा है उससे अभी तो यह उनके खेतों तक पहुंच गया है लेकिन इसे उनके घरों तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
बातचीत के दौरान गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथी धरमिंदर सिंह, हरजीत सिंह, निशान सिंह और गुरमीत सिंह ने बताया कि 2023 में भी जलस्तर अचानक बढ़ गया था, जिसके चलते हम पहले ही सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं। गौरतलब है कि दरिया के किनारे लगभग 100-200 एकड़ फसलें पानी में डूब गई हैं। लोगों ने मांग की है कि ब्यास दरिया के किनारे धुस्सी बांध बनाया जाए, ताकि हर साल होने वाला फसलों और घर के बाहर आर्थिक नुकसान न हो।