टेकः अक्सर वाई-फाई यूज करते समय लोगों को स्लो स्पीड की समस्या का सामना करना पड़ता है, जिससे उनका कई काम बीच में ही अटक जाता है। कई लोग राउटर बदलकर भी देखते हैं, लेकिन समस्या वैसे ही बनी रहती है। यही कारण है कि अब नए दौर में ‘ AI WiFi ‘ तकनीक आ गई है। इस तकनीक से वायरलेस नेटवर्क को बेहतर बनाया जा सकता है। यह नेटवर्क की स्पीड, सिक्योरिटी और यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाती है।
क्या है AI WiFi?
AI WiFi ऐसा वाई-फाई सिस्टम है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करके अपने आप नेटवर्क को बेहतर बनाता है। ये नेटवर्क ट्रैफिक, यूजर्स के बिहेवियर और आसपास की कंडीशन्स को रियल टाइम में चेक करता है। फिर अपने आप स्पीड बढ़ाता है और सिक्योरिटी को मजबूत करता है। मशीन लर्निंग की मदद से ये यूजर्स के पैटर्न को समझता है, प्रॉब्लम्स को पहले ही पकड़ लेता है और अपने आप एडजस्टमेंट करता है। जैसे खुद ही बैंडविड्थ को सही तरीके से बांट देता है या किसी खतरे को ढूंढ लेता है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई हमारे गैजेट्स को खुद फैसला लेने में सक्षम बना रहा है। एक फैसला आप भी लीजिए एआई में अपना भविष्य तलाशने का। NBT Upskill AI से करियर ग्रोथ वर्कशॉप में रजिस्टर करें।
बैंडविड्थ को मैनेज करता है
AI WiFi नेटवर्क को पहले से कहीं ज्यादा स्मार्ट और तेज बनाता है। यह ऐसी तकनीक है, जो समस्याओं को होने से पहले ही पकड़ लेती है और उन्हें ठीक कर देती है। यह तकनीक नेटवर्क को बदलने में भी सक्षम बनाती है। इसको यूं समझें कि जैसे ज्यादा डिवाइस कनेक्ट हों तो यह अपने आप बैंडविड्थ को मैनेज करता है। इससे यूजर्स को बिना रुकावट के इंटरनेट मिलता है।
AI WiFi खासियतें…
– यह भविष्यवाणी करता है कि नेटवर्क में कब ज्यादा लोड होगा और पहले से ही उसकी तैयारी कर लेता है।
– यह अपने आप नेटवर्क की सेटिंग्स को ठीक करता है, जैसे कि चैनल बदलना या स्पीड को बैलेंस करना।
– यह समस्याओं को जल्दी पकड़कर अपने आप ठीक करता है, जिससे आईटी टीम का काम कम हो जाता है।
– यह सिक्योरिटी को बढ़ाता है और किसी भी खतरे को तुरंत पकड़ लेता है।
– जब यूजर एक से दूसरी जगह जाते हैं, यह तब भी उन्हें बिना रुकावट के कनेक्शन देता है।