उत्तर प्रदेश: फतेहपुर में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। युवक को एक से डेढ़ माह के दौरान छह बार सांप ने काटा। इलाज के बाद युवक भी ठीक हो गया। डर के मारे युवक घर छोड़कर अपने चाचा के घर जा बसा। लेकिन सांप ने उसे दोबारा डस लिया। इस कारण युवक और उसके परिजन दोनों चिंतित हैं। वहीं, इलाज करने वाले भी हैरान हैं।
सौरा गांव का रहने वाले विकास दुबे को डेढ़ महीने में पांच बार सांप ने काटा था। विकास ने कहा कि उन्हें पहली बार 2 जून को रात 9 बजे उठने पर सांप ने काटा था, जिसके बाद उनके परिवार वाले उन्हें एक निजी नर्सिंग होम में ले गए। उन्होंने मुझे दो दिनों के लिए वहां रखा। इलाज के बाद वह ठीक होकर घर लौट आए।
परिवार को लगा कि यह सामान्य घटना है। इसके बाद 10 जून की रात उन्हें दोबारा सांप ने काट लिया, जिसके बाद परिजनों ने उन्हें एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया और इलाज के बाद घर चले गये। फिर सांपों का डर उस पर हावी हो गया और उसने सावधानी बरतनी शुरू कर दी। लेकिन सात दिन बाद 17 जून को उसे घर में दोबारा सांप ने काट लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। फिर उसी अस्पताल में उनका इलाज किया गया और वे ठीक हो गये।
चौथी बार फिर सांप ने काट लिया। जब उसके परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए तो डॉक्टर भी हैरान रह गए। और इस बार इलाज के बाद उनकी जान बच गई। उसके रिश्तेदारों और डॉक्टर ने उसको कई दिनों तक अपना अपार्टमेंट न छोड़ने की सलाह दी है। इस सलाह के बाद, वह राधानगर में अपनी मौसी के घर चले गए। वहीं शुक्रवार की शाम करीब 12 बजे उसी वही घर पर दोबारा सांप ने डस लिया।
इसके बाद उनके परिवार वालों ने उन्हें उसी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के बाद उनके परिवार वाले उन्हें घर ले गए। इसके बाद वह मलवा थाना क्षेत्र के सौरा गांव स्थित अपने चाचा संतोष दुबे के घर चला गया। लेकिन 6 जुलाई की दोपहर वह घर पर सो रहा था, जहां उसे छठी बार सांप ने डस लिया। जैसे ही उनकी हालत बिगड़ी, उनके परिवार वालों ने उन्हें तुरंत उसी अस्पताल में भेजा, जहां पहले उनका इलाज हुआ था।
इलाज के बाद वह ठीक हो गए और डॉक्टरों ने उन्हें घर भेज दिया। युवक का यह भी कहना है कि सांप ने उसे सिर्फ शनिवार और रविवार को ही काटा है। सांप हर बार काटने से पहले ही इसे पहचान लेता है। वहीं, डॉक्टर का कहना है कि हर बार सांप के काटने के नए निशान खोजे जाते हैं। हर बार सांप के जहर के खिलाफ आपातकालीन दवाएं निर्धारित की जाती हैं।