नई दिल्लीः न्यूजीलैंड के दिग्गज ऑलराउंडर डग ब्रैसवेल ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। 35 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने करियर को खत्म करने का फैसला किया है। वह पिछले दो सालों से न्यूजीलैंड की टेस्ट टीम से बाहर चल रहे थे और उनकी जगह कई युवा प्लेयर्स ने ले ली थी। उन्होंने कीवी टीम के लिए आखिरी टेस्ट मैच साल 2023 में खेला था। वह पिछले कुछ समय से चोटों से भी परेशान रहे हैं।
उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन 2011 में आया था जब उन्होंने एक टेस्ट मैच में 9 विकेट लिए थे और न्यूजीलैंड ने होबार्ट में एक फेमस विक्ट्री में ऑस्ट्रेलिया को 7 रनों से हराया था। ये आखिरी बार था जब न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर टेस्ट लेवल पर अपने ट्रांस-तस्मान राइवल को हराया था। उन्होंने पहले पारी में 3 और दूसरी पारी में 6 विकेट हासिल किए थे। उन्होंने ‘ब्लैक कैप्स’ के लिए 69 मैच खेले, जिनमें से 28 मैच टेस्ट फॉर्मेट में थे। ब्रेसवेल ने कुल 74 टेस्ट विकेट लेकर रिटायरमेंट लिया है। डग ब्रेसबेल ने कहा कि क्रिकेट मेरे जीवन का एक अहम हिस्सा रहा है।
युवा प्लेयर के तौर पर मेरा सपना था कि मैं क्रिकेट खेलूं। इसकी वजह से मुझे जो अवसर मिले हैं। उनका मैं हमेशा के लिए आभारी रहूंगा। मुझे अपने करियर के दौरान सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट्स के साथ-साथ अपने देश के लिए भी खेलने का चांस मिला। फर्स्ट क्लास और इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना एक सौभाग्य की बात है और इसके लिए मैं सभी का आभारी हूं। डग ब्रेसवेल एक क्रिकेट परिवार से आते हैं। उनके पिता ब्रेंडन और चाचा जॉन दोनों क्रिकेटर रह चुके हैं।
इन दोनों ने टेस्ट क्रिकेट खेला था। इसके अलावा जॉन न्यूजीलैंड के लिए कोच की भूमिका भी निभा चुके हैं। डग के चचेरे भाई माइकल ब्रेसवेल भी क्रिकेट खेलते हैं, जो भारत दौरे पर न्यूजीलैंड के वनडे टीम की कमान संभालेंगे। भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट में डग ब्रेसवेल इतना नहीं चमक पाए हों, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका शानदार प्रदर्शन रहा है। उन्होंने 137 फर्स्ट क्लास मैचों में कुल 422 विकेट झटके थे। इसके बाद 4505 रन भी बनाए थे, जिसमें तीन शतक शामिल रहे थे।