थराली: पहाहों में हो रही बारिश के कारण लगातार लैंडस्लाइड होने की घटनाएं सामने आ रही है। वहीं चमोली जिले में ज्योतिर्मठ विकासखंड में जोगीधारा के पास भंयकर लैंडस्लाइड हुआ है। इस घटना के दौरान पल भर में पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा धरती में समा गया। वहीं बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीपलकोटी के निकट हुए भीषण भूस्खलन से लगभग 30 मीटर सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है, जिसके कारण मार्ग पूर्ण रूप से अवरुद्ध हो गया। इसी तरह भटवाड़ी के पास रैथल मोटरमार्ग पर भूस्खलन होने की घटना सामने आई है।
जहां धीरे-धीरे पहाड़ी का एक हिस्सा दरक रहा है। यही एक वैकल्पिक मार्ग है, जिससे भटवाड़ी के गगनानी की तरफ़ वाले हिस्से में जाया जा सकता है। उत्तरकाशी के भटवारी क्षेत्र की धराली मार्ग पर प्राप्त दृश्यों में भारी तबाही और सड़कों का पूरी तरह बाधित होना साफ देखा जा सकता है। धराली में बादल फटने के कारण आई भारी बाढ़ और भूस्खलन ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है, जिससे राहत कार्यों में भी कठिनाई आ रही है।
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हालांकि बीते दिन धराली क्षेत्र से लगभग 190 लोगों को सुरक्षित निकाला गया, जहां बादल फटने के बाद भारी बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। राहत एवं बचाव कार्यों में भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना (IAF), ITBP, NDRF, SDRF, BRO और स्थानीय स्वयंसेवक मिलकर कार्य कर रहे हैं। वहीं उत्तराखंड में हाल ही में हुई बादल फटने और भारी बारिश की घटनाओं के मद्देनज़र, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीरवार को उत्तरकाशी में राहत एवं बचाव कार्यों में जुटने से पहले रेस्क्यू टीम के सदस्यों से मुलाकात की और उन्हें प्रोत्साहित किया।
मुख्यमंत्री धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना हो रही राहत और बचाव दल से संवाद करते हुए उन्हें हर संभव सहायता और हौसला प्रदान किया। मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए आज चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने सभी आंगनबाड़ी केंद्र एवं कक्षा 1 से लेकर 12 तक के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। लगातार उत्तराखंड में मौसम विभाग का रेड अलर्ट जारी है। ऐसे में भारी बारिश होने के चलते नदी नाले उफान पर हैं।