उत्तर प्रदेशः बहराइच में रविवार की शाम दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान जमकर बवाल हुआ। इस घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी की। इस घटना में एक युवक की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हैं। हालात काबू में करने के लिए पुलिस बल बुलाना पड़ा। दरअसल, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान भड़की हिंसा की आग सोमवार को भी नहीं थमी। महाराजगंज के राजी चौराहे पर दंगाइयों ने सोमवार सुबह भी जमकर बवाल किया। उपद्रवियों ने तोड़फोड़ कर कई वाहनों का आग के हवाले कर दिया। मामला बढ़ता देख प्रदेश की योगी सरकार ने शहर में इंटरनेट बंद करने के निर्देश सीएम योगी ने डीजीपी से हालात की जानकारी ली है। सीएम योगी ने डीजीपी को कई अहम निर्देश दिए है।
फिलहाल 30 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। जरूरत पड़ने पर अधिकारी बहराइच भेजे जाएंगे। ऐसे में जानते हैं कि सरकार पूरे शहर का इंटरनेट कैसे बंद कर देती है और क्यों ये कदम उठाना पड़ता है। दरअसल, जब भी कोई बड़ी घटना या हिंसा होती है तो सरकार तुरंत इंटरनेट बंद करा देती है। इसके पीछे कारण यह है कि सरकार को कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका रहती है, जिसके चलते इंटरनेट को बंद कर दिया जाता है। ऐसा इसलिए भी होता है कि किसी सांप्रदायिक या पॉलिटिकल तनाव के बीच इंटरनेट पर मौजूद मैसेजिंग ऐप या सोशल मीडिया पर तेजी से फेक न्यूज़ फैला दी जाती है, जिससे हिंसा फैलने का खतरा रहता है। यही वजह है कि कुछ और ज्यादा बड़ा होने की आशंका से पहले ही इंटरनेट बंद कर दिया जाता है।
इंटरनेट को बंद करने का प्रोसेस काफी अलग होता है। हम सोचते होंगे कि सरकार के पास कोई बटन है, जिसे दबाने के बाद पूरा इंटरनेट बंद हो जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से अलग होती है। दरअसल, सरकार इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (आईएसपी) यानी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों को इंटरनेट बंद करने का आदेश देती है और इंटरनेट बंद करवा देती है।
