नई दिल्लीः पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को लेकर भारतीयों का गुस्सा अब सडकों पर दिखाई देने लगा है। वहीं आज सुबह पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर सुरक्षा कम कर दी गई है। अभी पाकिस्तानी दूतावास के बाहर सन्नाटा छाया हुआ है। कोई सुरक्षाकर्मी नजर नहीं आ रहा है। इस दौरान पहलगाम में आतंकी हमला के बीच दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक कर्मचारी केक लेकर अंदर जाता दिखाई दिया। मीडिया ने उससे बात करने की कोशिश की, लेकिन उसने कुछ नहीं बोला कि आखिर किस खुशी में ये केक अंदर लेकर जा रहे हो। पाकिस्तान दूतावास में केक लेकर जाने को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान खुश है। सच्चाई चाहे जो भी हो लेकिन पाकिस्तान कर्मचारी का जवाब न देना कई सवाल खड़े करता है। इस घटना के कुछ ही देर बाद पाक हाई कमीशन के बाहर प्रदर्शन शुरू हो गया।
पाकिस्तान उच्चायोग में केक लाने वाला शख्स कौन था इसे लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। केक किसके द्वारा मंगवाया गया था अब तक यह जानकारी भी स्पष्ट नहीं हुई है। बहरहाल पाकिस्तान उच्चायोग में पहलगाम हमले के बाद केक ले जाते शख्स से जब मीडिया ने सवाल किया तो वो बिना जवाब दिए ही वहां से निकल गया। पाक हाई कमीशन के बाहर लोगों की भीड़ मौजूद है। लोगों के द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। पहलगाम हमले के बाद लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भारत-पाकिस्तान संबंध पर भी इसका असर दिखने लगा है। बता दें कि, जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद अब भारत ने जिस तरह से जवाबी कार्रवाई करनी शुरू की है, उसके बाद से पाकिस्तान में डर का माहौल है।
पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह खालिद कसूरी भी खौफ में है। उसने एक वीडियो जारी कर आतंकी हमले में हाथ नहीं होने की बात कही है। भारत के एक्शन से घबराए लश्कर ए तैयबा के कमांडर सैफुल्लाह खालिद कसूरी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जो हमला हुआ है और 27 जानों का नुकसान हुआ है, हम इसकी पुरजोर मजम्मत (निंदा) करते हैं। इस हमले की आड़ में भारतीय मीडिया ने मुझे आरोपी बना दिया है और पाकिस्तान पर इल्जाम गढ़ दिया है, ये बेहद अफसोसजनक है। भारत ने सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया है। वो पाकिस्तान के पानी को रोकना चाहता है। पाकिस्तान को तबाह करना चाहता है।