वन विभाग कर्मियों को सुरक्षा कवच देने के दावों की खुली पोल
ऊना/सुशील पंडित: जिला ऊना उपमंडल वंगाणा की रामगढ़ रेंज गांव सैली में जंगल की आग बुझाते हुए वनरक्षक राजेश कुमार बुरी तरह से झुलस गए है। जिनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल से पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया। मामले की सूचना मिलते ही डीएफओ मृत्युंजय माधव क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार शनिवार रात्रि सैली गांव के सरकारी जंगल में आग लगी हुई थी। इस क्षेत्र में वनरक्षक राजेश कुमार ड्यूटी पर तैनात थे। सरकारी जंगल में आग लगने की सूचना मिलते ही राजेश कुमार व उनके साथ दो फायर वाचर आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगे।
इस दौरान आग से बचते हुए वनरक्षक राजेश कुमार अचानक ही आग की लपटों से घिर गए। देखते ही देखते ही विकराल आग ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। इनके साथ दो फायर वाचरों ने बड़ी मुश्किल से वनरक्षक को लगी आग पर काबू पाया और स्थानीय लोगों की सहायता से क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने इन्हें प्राथमिक उपचार देने के उपरांत इनकी गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआई रैफर कर दिया गया यहां इन्हें उपचार दिया जा रहा है।
आरओ अश्वनी कुमार व वन विभाग की टीम इन्हें लेकर पीजीआई मैं उपचार हेतु लेकर गई थी। डीएफओ ऊना मृत्युंजय माधव ने बताया कि जंगल की आग बुझाते हुए एक वनरक्षक राजेश कुमार आग की चपेट में आया है। जिसे क्षेत्रीय अस्पताल लाया गया, जहां से इसकी गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआई रैफर कर दिया है यहां 50% जले हुए राजेश कुमार का इलाज चल रहा है।
इसी साल बना है वनरक्षक
49 वर्षीय राजेश कुमार गांव वदोली के रहने वाले हैं जो कि स्वयं बन्य प्रेमी हैं। राजेश कुमार इसी वर्ष जनवरी महीने में वनरक्षक के पद पर तैनात हुए हैं। इससे पहले 15 साल वन विभाग के ऑफिस में डिस्पेचर के पद पर तैनात रहे राजेश कुमार मध्यम परिवार से संबंध रखते हैं उनके दो छोटे बच्चे हैं अभी जो पढ़ रहे हैं।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.