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Homereligiousआज से सावन माह शुरू, रखे इन बातों का खास ध्यान

आज से सावन माह शुरू, रखे इन बातों का खास ध्यान

धर्मः श्रावण मास हिंदू कैलेंडर का सबसे पवित्र महीना माना जाता है। यह भगवान शिव की भक्ति से भरा होता है। पूरे महीने लोग भगवान शिव की विशेष पूजा करते हैं। वे व्रत रखते हैं, मंत्रों का जाप करते हैं और साधना करते हैं। यह समय सिर्फ धार्मिक काम करने का नहीं है। यह अपने आप पर नियंत्रण रखने, सात्विक जीवन जीने और खुद को शुद्ध करने का भी समय है। ऐसा माना जाता है कि सावन में श्रद्धा से भगवान शिव की पूजा करने से उनकी कृपा मिलती है। इससे मन शांत होता है, काम में सफलता मिलती है और जीवन में सेहत और संतुलन बना रहता है।

सावन में क्‍या करें
– रोज सुबह स्नान कर शिव पूजा करें। बेलपत्र, गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, शक्कर से शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करें। ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें।
– सावन के सभी सोमवार को उपवास रखें, यह भगवान शिव को विशेष रूप से प्रिय है। सोलह सोमवार व्रत भी शुभ फल देता है।
– सावन में हरी वस्तुओं का प्रयोग करें। महिलाएं हरी चूड़ियां, हरी साड़ी, हरा बिंदी आदि पहनें। हरी सब्जियां, तुलसी और बेलपत्र का सेवन करें।
– सावन में सात्त्विक आहार लें। सावन में फलाहार करें। हल्दी, जीरा, सेंधा नमक जैसे शुद्ध मसालों का प्रयोग करें।
– पंचाक्षरी मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। ॐ नमः शिवाय और महामृत्युंजय मंत्र का जप शिव कृपा को आकर्षित करता है।
– ब्राह्मण और जरूरतमंदों को दान दें। अन्न, वस्त्र, जल, छाता, गौ-सेवा, तुलसी, धार्मिक पुस्तकें दान करें।

सावन में क्या न करें
– मांस, अंडा, मदिरा, लहसुन-प्याज जैसी तामसिक चीजें पूरी तरह से वर्जित हैं।
– क्रोध, झूठ और अपशब्दों से बचें। सावन में वाणी पर संयम अत्यंत आवश्यक है। शिव सच्चे हृदय और शांत स्वभाव को प्रिय मानते हैं।
– तुलसी, केतकी, और चंपा का फल शिवजी को न चढ़ाएं। शिव पूजा में इनका प्रयोग वर्जित है। विशेष रूप से टूटा बेलपत्र भी न चढ़ाएं।
– लोहे के बर्तन से शिव अभिषेक न करें। शिवलिंग पर अभिषेक हमेशा तांबे, पीतल या मिट्टी के पात्र से करें।
– रात्रि में व्रत तोड़ने से बचें। व्रत का पारण सूरज ढलने से पहले करें या अगले दिन ब्रह्म मुहूर्त में।
– बाल कटवाना और नाखून काटना टालें। धार्मिक मान्यताओं में सावन मास में बाल कटवाना वर्जित माना गया है।
– विवाद और वाणी के घाव न दें। शिव शांति के देवता हैं। इस माह में किसी से कटुता, आलोचना, और मनमुटाव न बढ़ाएं।सावन में अपने घर पर रुद्राभिषेक करने के फायदे जानिए, आप भी इस सावन में जरूर करें

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