फिरोजपुरः शहर के जीरा में शराब कारखाना बंद करने के लिए लंबे समय से चल रहे संयुक्त मोर्चे को आज एक बड़ी जीत मिली है। जीरा शराब कारखाना अब स्थायी रूप से बंद हो जाएगा। सरकार ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के समक्ष स्वीकार किया है कि जीरा स्थित डिस्टिलरी और इथेनॉल परियोजना, मालब्रोस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, प्रदूषण फैला रही है और इसे स्थायी रूप से बंद कर दिया जाना चाहिए।
वहीं इसको लेकर लगाए गए मोर्चे ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है। दूसरी और फैक्टरी के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रहा, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो सके। विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण विभाग के विशेष सचिव मनीष कुमार द्वारा 2 नवंबर, 2025 को दायर अपने हलफनामे में, राज्य ने पर्यावरणीय मानदंडों के उल्लंघन का एक प्रलेखित इतिहास बताया है।
9 सितंबर, 2025 के एनजीटी के आदेश के अनुपालन में दायर इस हलफनामे में कई गंभीर स्वीकारोक्ति की गई हैं जो जीरा सांझा मोर्चा और जन कार्रवाई समिति (पीएसी) द्वारा लंबे समय से उठाई जा रही चिंताओं को दर्शाती हैं। पिछली सुनवाई के दौरान परियोजना के प्रस्तावक ने इसकी अनुमति के लिए प्रार्थना की थी। सांझा मोर्चा ने भी इसके लिए काफी प्रदर्शन किया था और अब एनजीटी का फैसला उनके हक में आ गया है जिसका सांझा मोर्चा ने स्वागत किया है।