ऊना/ सुशील पंडित। हिमाचल प्रदेश में आवासीय कालोनियों में नागरिक सुविधाओं को सुनिश्चित बनाने के लिए रैरा प्रतिवद् है। यह बात गुरुवार को जिला ऊना के रक्कड़ कालोनी स्थित गोविंद इनक्लेव आवासीय कालोनी का निरीक्षण करने के उपरांत मीडिया कर्मियों से बातचीत में रियल इस्टेट रैगुलेटरी अथॉरिटी (रैरा) हिमाचल प्रदेश के चेयरमैन डा. श्रीकांत बाल्दी ने कहीं।
इस अवसर पर उनके साथ रैरा के सदस्य बीसी बडालियां भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में रैरा के साथ 120 प्रोजेक्टस पंजीकृत है। उन्होंने बताया कि रैरा का उददेश्य लोगों को कोलोनाइजर से किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचाना तथा उनको देय सुविधाओं को सुनिश्चित बनाना है। उन्होंने कहा कि रैरा में पंजीकरण की प्रक्रिया को भी आसान बनाया गया है। प्रमोटर्स को विभिन्न विभागों से प्रारंभिक परमिशन प्राप्त करने के बाद रैरा के साथ रजिस्टर करना जरुरी किया गया है, ताकि लोगों को कालोनी के विकसित होने के संबंध में सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि प्रमोटर्स के सभी रिकॉर्ड को रैरा अपनी बेवसाइट पर ऑनलाईन उपलब्ध करवाता है।
डा. श्रीकांत बाल्दी ने गोविंद इनक्लेब आवासीय कालोनी में लोगों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। गोविंद इनक्लेव कालोनी में कमर्शियल व आवासीय प्लॉटस उपलब्ध है। रैरा चेयरमैन डा. श्रीकांत बाल्दी ने कालोनी में सड़क, बिजली, पानी, सीवरेज, ग्रीन एरिया, मनोरंजन पार्क सहित अन्य सुविधाओं को जांचा। डा. श्रीकांत बाल्दी ने कालोनी में पौधे भी रोपित किए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 120 रैजिडैंशियल प्रोजेक्टस स्वीकृत हैं। जिनमें लोगों को मिलने वाली नागरिक सुविधाओं को सुनिश्चित बनाने के लिए रैरा प्रतिवद् है। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में वह हमीरपुर व ऊना के दौरे पर है। इस दौरान इन जिलों में स्वीकृत आवासीय प्रोजेक्ट का निरीक्षण कर वहां पर उपलब्ध जन सुविधाओं का जायजा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राय देखने में आता है कि कई स्थानों पर अनाधिकृत रुप से कालोनियां विकसित कर दी जाती है तथा इसमें नियमों की अनुपालना न होने के चलते लोगों को बाद में बिजली, पानी के कनैक्शन तक लेने में दिक्कत आती है।
उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में लोगों के साथ-साथ सरकार को भी कठिन परिस्थितियों से निकलना पड़ता है। उन्होंने कहा कि रैरा सुनिश्चित कर रहा है कि प्रदेश में नियमानुसार आवासीय कालोनियों को विकसित किया जाए। इस अवसर पर एसीटीपी पंकज कुमार, टाऊन प्लानर निर्मल सिंह कंग, रमेश चंद, गोविंद इनक्लेव प्रोजेक्ट के प्रमोटर अशोक धीमान, अश्वनी कुमार व जतिंद्र सिंह, गुरमीत सिंह ढेसी, स्थानीय निवासी अजय पराशर, गुरमीत सिंह, अवतार सिंह, अनिता ठाकुर, पंडित विजय शर्मा, अनिल धीमान, जलग्रां पंचायत प्रधान सुदेश कुमारी, उपप्रधान रशपाल सिंह, पंचायत सदस्य उमंग ठाकुर व अन्य लोग भी उपस्थित थे।
Disclaimer: All news on Encounter India are computer generated and provided by third party sources, so read carefully and Encounter India will not be responsible for any issue.