पंचकूला: सेक्टर-5 परेड ग्राउंड में स्वदेशी महोत्सव 2025 में राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने हरियाणा के पुराने समय की खास झलक देखी। इसके अलावा स्वदेशी को बढ़ावा देेने के लिए अलग-अलग तरह के स्टालों का भी दौरा किया।
इस दौरान राज्यसभा सांसद ने कहा कि यह बहुत ही सुंदर स्वदेशी मेला है। पहले दिन ही इसको 40 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं। इसमें हरियाणा की विरासत और हमारी संस्कृति की खास झलक देखने को मिली है। स्वदेशी जागरण मंच ने खास प्रयास किया है ताकि अगली पीढ़ी को भी इस बारे में पता चल पाए।
देश के प्रधानमंत्री ने जो शुरुआत की है कि उसको धरातल पर उतरने का यहां प्रयास किया जा रहा है। छोटे उद्यमियों के द्वारा जो बनाया जाता है उनको प्रोत्साहित किया जा रहा है। भारत आज विश्व में चौथी बड़ी आर्थिक व्यवस्था है। ऐसे कार्यक्रम होते रहना चाहिए इससे लोगों को प्रोत्साहन मिलता है।
मनरेगा को लेकर लाए गए बिल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत नाम बदलकर जी राम जी रखा गया है। इसमें दिन बढ़ाकर 125 कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भी राम जी के अनुयायी थे। उन्हें भी कोई आपत्ति नहीं होती है और कांग्रेस इसमें भी अपनी घटिया राजनीति करना चाहती है।
सोचना वाली बात है और मुझे नहीं लगता कि ऐसे मुद्दों पर घटिया राजनीति होनी चाहिए। भगवान श्री राम के नाम पर किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए क्योंकि हम हरियाणा में सभी को राम-राम कहकर अभिवादन करते हैं। किसी भी जाति समुदाय और धर्म का व्यक्ति राम-राम कहकर ही संबोधन करता है। देश की जनता लगातार कांग्रेस को जवाब दे रही है लेकिन वो समझना नहीं चाहते हैं।
विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष की विधायिका और मार्शल के बीच में हुए विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि यह घटना बहुत ही दुखद है। पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी के अंदर ऐसी कोई भी जगह नहीं है। आज हमारे देश की सबसे ज्यादा आबादी युवा पीढ़ी की है। युवा पीढ़ी को क्या बताना चाह रहे हैं कि हमारे चुने हुए लोग किस तरह के काम कर रहे हैं और क्या एग्जांपल सेट कर रहे हैं।
इससे युवा पीढ़ी क्या सीखेगी उन्होंने कहा कि जो लोग बेकार बातें करते हैं कानून के हिसाब से उन पर कार्रवाई की जाएगी ताकि कोई भी अलग-अलग बात किसी को कहकर चला जाए ऐसा संभव न हो पाए। लोकतंत्र के अंदर सभी को अपने अधिकार हैं।
बांग्लादेश में हिंदुओ पर हो रहे अत्याचार पर उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। परिवार के साथ हमारी संवेदनाएं है। यदि ऐसी घटना हुई है तो भारत को एक होकर इसका विरोध करना चाहिए। फिर चाहे पक्ष हो या विपक्ष हो उसकी निंदा करनी चाहिए। विकसित भारत की राह में स्वदेश महोत्सव का भी खास रोल है।
यह एक मोमेंट हैं। यह बहुत बड़ा प्रयास है। भारत को 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए यह कदम नींव पत्थर बनेगा।
