नई दिल्लीः ओडिशा और झारखंड में कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद धीरज साहू के परिसरों पर टैक्स छापेमारी शनिवार को भी जारी रही। छापों में अब तक 200 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब नकदी बरामद की गई है। छापेमारी बुधवार (6 दिसंबर) को शुरू हुई थी। आयकर टीमों ने रांची में धीरज साहू के परिसर से तीन और बैग जब्त किए। जबकि ओडिशा में छापेमारी के दौरान शराब कारखानों के रखरखाव के प्रभारी का काम देख रहे बंटी साहू के घर से करोड़ों रुपये के 19 बैग जब्त किए।
सूत्रों के मुताबिक, बंटी साहू के घर से बरामद रकम 20 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है। इस रकम को ओडिशा के बलांगीर के सुदपारा में बैंकों में ले जाया जा रहा था। एक वीडियो में बलांगीर में एक बैंक के अंदर पैसों से भरे बैग ले जाते हुए देखा गया है। इस बीच, समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ओडिशा स्थित बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ आयकर विभाग द्वारा की जा रही तलाशी से अब तक लगभग 225 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद की गई है।
शुक्रवार दोपहर तक 25 करोड़ रुपये की गिनती की गई थी, जिससे अब तक बरामद कुल रकम 225 करोड़ रुपये हो गई है। आयकर विभाग की ओर से तीन दर्जन काउंटिंग मशीनें लगाई गई हैं। सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि चूंकि मशीनें सीमित क्षमता की हैं, इसलिए गिनती धीमी गति से चल रही है। अधिकारियों ने कहा कि अलमारियों में छिपाई गई 200 करोड़ रुपये की नकदी ओडिशा के बोलांगीर जिले में डिस्टिलरी समूह के परिसर से बरामद की गई, जबकि बाकी राशि ओडिशा के संबलपुर और सुंदरगढ़, झारखंड के बोकारो और रांची और कोलकाता से बरामद की गई।
आयकर टीम ने भुवनेश्वर के पलासापल्ली में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के कॉर्पोरेट कार्यालय, कंपनी के कुछ अधिकारियों के घरों, बौध में कंपनी की फैक्ट्री और कार्यालय और रानीसती राइस मिल की भी तलाशी ली। बौध जिले से आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हरभंगा ब्लॉक के अंतर्गत टिटिरिकटा में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) के पास बड़ी संख्या में 500 रुपये के फटे हुए नोट पाए गए। स्थानीय लोग उस वक्त हैरान रह गये जब उन्होंने कंपनी की चहारदीवारी के पास भारी मात्रा में फटे नोट देखे. पूर्व आईटी कमिश्नर शरत चंद्र दास ने पीटीआई को बताया कि यह ओडिशा में आयकर विभाग द्वारा अब तक की सबसे बड़ी नकदी जब्ती हो सकती है। दास ने कहा कि मैंने राज्य में इतनी बड़ी मात्रा में नकदी की बरामदगी कभी नहीं देखी।