ऊना/सुशील पंडित: विश्व रैबीज जागरूकता पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत आज अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय महाविद्यालय बंगाणा में रैबीज जागरूकता पर एक दिवसीय कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। मंच का संचालन तनु ठाकुर ने किया। इस अवसर पर पशु चिकित्सा अधिकारी बंगाणा डा. राजेश कुमार मुख्य अतिथि एवं रिसोर्स पर्सन के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को रैबीज बीमारी के कारणों, लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रैबीज एक जानलेवा विषाणुजनित रोग है, जो प्रायः पागल कुत्तों और बिल्लियों के काटने से फैलता है।

कार्यक्रम के दौरान डा. जंगा ने बताया कि रैबीज बीमारी से विश्वभर में हर वर्ष लगभग 55,000 लोगों की मृत्यु होती है, जिनमें से लगभग 20,000 मौतें भारत में होती हैं। यह बीमारी लाइलाज है, किंतु समय पर सतर्कता और टीकाकरण से बचाव संभव है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को संक्रमित जानवर काट ले तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच एवं टीकाकरण अवश्य करवाना चाहिए। इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो. सिकंदर नेगी ने मुख्य अतिथि डा. राजेश कुमार को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया और विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में डा. श्रेया ठाकुर एवं प्रो. कमलेश कुमार सहित महाविद्यालय के विद्यार्थी एवं एनएसएस स्वयंसेवक उपस्थित रहे।