चंडीगढ़ः NCRB Report में जहां पंजाब को नशे के मामले में कुछ राहत मिली है, वहीं भ्रष्टाचार मामलों में बढ़ौतरी हुई है। दरअसल, एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में अनुसूचित जाति (एससी) के खिलाफ अपराधों व अत्याचारों में गिरावट आई है। 2021 में दर्ज 200 मामलों की तुलना में 2022 में 162 मामले सामने आए हैं। जहां तक आर्थिक अपराधों का सवाल है तो पंजाब में ऐसे अपराधों में 2021 में 3,599 केस दर्ज किए गए थे। 2022 में यह आकड़ा बढ़कर 3,667 हो गया। इसमें आपराधिक विश्वासघात, जालसाजी, धोखाधड़ी और आपराधिक हेराफेरी के मामले शामिल है। यह खुलासा राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की नवीनतम रिपोर्ट में हुआ है।
वहीं प्रदेश में भ्रष्टाचार के अपराधों में 40 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। 2021 में दर्ज 162 मामलों की तुलना में 2022 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम से संबंधित कुल 227 मामले सामने आए थे। एनसीआरबी ने कहा कि 2022 में 65 ट्रैप मामले, दो आय से अधिक संपत्ति के मामले और 135 आपराधिक कदाचार के मामले दर्ज किए गए थे। पंजाब में साइबर अपराध के मामलों में भी इजाफा हुआ है। 2022 में साइबर अपराध के 697 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि 2021 में यह आंकड़ा 551 था। रिपोर्ट के अनुसार 2022 में राज्य के खिलाफ अपराध के 78 मामले दर्ज किए गए। इनमें राजद्रोह और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले भी शामिल हैं। पर्यावरण संबंधी अपराधों के 60 मामले थे। इन्हें वन अधिनियम और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत दर्ज किया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में कुल अपराध की घटनाएं 2021 में 2,995 से बढ़कर 2022 में 3,658 हो गईं। महिलाओं के खिलाफ अपराधों में गिरावट आई है क्योंकि केंद्र शासित प्रदेश में 2021 में दर्ज 343 मामलों की तुलना में 2022 में 325 केस सामने आए हैं। 2022 में शहर में 78 दुष्कर्म की घटनाएं हुईं। शहर में बच्चों के खिलाफ अपराधों में गिरावट देखी गई। बच्चों के खिलाफ 2021 में 234 अपराध के मामले दर्ज किए गए। वहीं 2022 में यह आंकड़ा घटकर 224 हो गया। चंडीगढ़ में किशोर अपराध बढ़ा है। 2021 में 54 मामले सामने आए थे। वहीं 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 80 हो गया।