अमृतसर: मजीठा जिले के गांव नागपुर में मसीह समुदाय के लोगों ने वाल्मीकि समुदाय के नेता के साथ मारपीट और बेअदबी करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार एक पुलिसकर्मी और उसके बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर हमला किया है। पीड़ितों ने कहा कि एसएसपी देहाती को एक मांग पत्र देने पहुंचे। इस मौके पर जानकारी देते हुए वाल्मिकी समाज के नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि मजीठा हलके के गांव नागपुर में रणजीत सिंह नामक वाल्मीकि व्यक्ति पर मसीह समुदाय के लोगों ने हमला किया था, जिसमें एक पुलिसकर्मी और उसका बेटे सहित अन्य साथी थे।
जिसकी शिकायत हमने पुलिस अधिकारियों को दी है लेकिन अभी तक पुलिस अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है। हमें आश्वासन दिया गया कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद हम एसएसपी देहाती को मांग पत्र देने पहुंचे है। उन्होंने कहा कि एसपीडी देहाती ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की गई और पुलिसकर्मी को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वाल्मिकी समाज सड़कों पर उतरने को मजबूर होगा। जिसके लिए पुलिस प्रशासन और सरकार जिम्मेदार होगी।
उन्होंने कहा कि लगातार वाल्मीकि समाज के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। जिसके चलते रणजीत सिंह जो हमारे वाल्मीक समाज के नेता हैं उसके गले में वाल्मीकि महाराज का लॉकेट तोड़ दिया और उसे काफी चोटें भी आई है। बताया जा रहा है कि यह मामला पुरानी रंजिश का है। आरोपियों ने रणजीत सिंह को पीट-पीटकर धारदार हथियार से घायल कर दिया। जिसके बाद रणजीत सिंह और वाल्मिकी समाज के अन्य संगठनों ने एसएसपी देहाती को एक मांग पत्र देने पहुंचे थे। जिसके बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।