पटियाला: पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट जशनदीप कौर की मौत के मामले में सोमवार स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी का मेन गेट बंद कर दिया। जशनदीप की मौत के बाद रोष प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट्स पर प्रोफेसर से मारपीट का मामला दर्ज होने पर स्टूडेंट्स काफी नाराज चल रहें हैं और विरोध स्वरूप सोमवार को पीयू का मेन गेट बंद कर दिया। सुबह 8 बजे से स्टूडेंट्स गेट पर इकट्ठे हो गए। वहीं, पुलिस व पीयू प्रशासन ने मौके पर पहुंचने के बाद स्टूडेंट्स से एक गेट खोलने की अपील की। जिसके बाद स्टूडेंट्स ने एक गेट खुला रखते हुए दूसरे गेट पर पक्का धरना लगा दिया है।
एसओआई के नेता कर्मवीर सिंह ने कहा कि वह इंसाफ न मिलने तक इस धरने को जारी रखेंगे और इस धरने में विभिन्न स्टूडेंट जत्थेबंदियों शामिल हुए हैं। इनकी मांग है कि प्रोफेसर के खिलाफ बनती कार्रवाई की जानी चाहिए क्योंकि उसकी वजह से स्टूडेंट जशनदीप की मौत हुई है। यही नहीं धरने पर शामिल स्टूडेंट्स को प्रोफेसर के चहेते फोन पर धमकियां दे रहे हैं। कर्मवीर सिंह ने कहा कि जशनदीप कौर बीमार चल रही थी, जिसके बाद भी उसे जबरन क्लास में शामिल होने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। बीमारी के चलते छुट्टी लेने पर उसे मानसिक रूप से परेशान किया गया, जिस कारण उसकी मौत हो गई।
पुलिस व पीयू प्रशासन ने गरीब परिवार की इस स्टूडेंट को इंसाफ दिलाने के बजाय प्रोफेसर का समर्थन किया है। कुछ महीने पहले पब्लिकेशन ब्यूरो के स्टाफ ने भी इस प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दी थी, उस समय भी प्रोफेसर का बचाव किया गया है। अब उनकी मांग है कि प्रोफेसर को पीयू कैंपस से बाहर करे और इसके खिलाफ पुलिस एक्शन लिया जाए। स्टूडेंट्स पर दर्ज किया केस खत्म किया जाना चाहिए, उनकी मांगे पूरी न होने पर वह संघर्ष को पंजाब लेवल पर भी लेकर जा सकते हैं।