श्री मुक्तसर साहिबः सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे आंगनवाड़ी केंद्रों में मार्कफेड द्वारा दिए गए मुरमरे खराब होने संबंधी पिछले कुछ दिनों से मामले सामने आ रहे थे। वहीं इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी रतनदीप संधू और सीडीपीओ राजवंत कौर ने मार्कफेड द्वारा दिए गए राशन का आंगनवाड़ी केंद्रों में जाकर चेकिंग की।
उन्होंने बताया कि चेकिंग के दौरान पाया गया कि कुछ आंगनवाड़ी केंद्रों में 20 मार्च और 21 मार्च को भेजा गया राशन मौजूद था। विभाग के अधिकारियों द्वारा विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों के अलावा शिंदरपाल कौर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, चक्कबीड़ सरकार के केंद्र में मौजूद राशन के मुरमरे के पैकट खोलकर खुद खाए। आंगनवाड़ी केंद्रों में मौजूद लाभार्थियों और पब्लिक को भी खिलाकर चेक किया गया। इस दौरान गुणवत्ता सही और खाने योग्य पाई गई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा शिंदरपाल कौर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के केंद्र से बैच नंबर पी.एन.एम.एन 114 दिनांक 09—03—2025 के दो पैकट और बैच नंबर पी.एन.एम.एन 105 दिनांक 21—01—2025 के दो पैकट सैंपलिंग के लिए लिए गए और लैब टेस्टिंग के लिए भेजे गए। इसके अलावा गांव ऊदेकरण के आंगनवाड़ी केंद्र नंबर 201, 202, 206 और शहरी क्षेत्र के केंद्र नंबर 718 चेक किए गए।
दरअसल, हाल ही में जारी कुछ खबरे सामने आने के बाद विभाग की ओर से कार्रवाई करते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग और मार्कफेड की टीम द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों में सप्लाई किए गए मुरमरे की चेकिंग की गई थी। टीम द्वारा पाया गया कि मुरमरे की गुणवत्ता ठीक है और खाने योग्य है। इस संबंध में मार्कफेड की टीम द्वारा बताया गया कि इन मुरमरे की पहले ही लैब टेस्टिंग 17 मार्च को की जा चुकी है क्योंकि आंगनवाड़ी केंद्रों में भेजा जाने वाला राशन लैब टेस्टिंग करने के बाद ही सप्लाई किया जाता है।
इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने सी.डी.पी.ओ., सुपरवाइजर और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत दी कि आंगनवाड़ी केंद्रों में सप्लाई किए जा रहे राशन को पूर्ण रूप से चेक करने के बाद ही लाभार्थियों को वितरित किया जाए। सप्लाई चेन में किसी स्तर पर खामी पाई जाती है तो उस वस्तु को सप्लाई न किया जाए और रिप्लेसमेंट के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी को सूचित किया जाए।