फिरोजपुरः चाहे युद्ध हो या बाढ़, हमेशा भारत के इस अंतिम गांव कालू वाला को झेलना पड़ता है। वहीं भारत का अंतिम गांव कालू वाला पूरी तरह से बाढ़ के पानी में डूब गया। दरअसल, सतलुज नदी में 2 लाख 60 हजार क्यूसेक पानी हरिके बांध से छोड़े जाने के बाद कालू वाला गांव पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गया है। घरों में कई-कई फुट पानी भर गया है। एक तरफ सतलुज नदी और दूसरी तरफ पाकिस्तानी सीमा से घिरा कालू वाला गांव पानी में डूब गया।
लोगों का कहना है कि अब तक पीड़ितों तक कोई सहायता नहीं पहुंची। ऐसे में पिछले 3 दिनों से गांव के निवासी घरों और स्कूल की छतों पर रहने को मजबूर हैं। सतलज नदी उफान पर है, बाढ़ ने रुद्र रूप धारण कर लिया है। कहा जा रहा हैकि अब तक इन लोगों को रेस्क्यू कर बाहर नहीं निकाला गया है। सतलुज नदी के उफान पर होने के कारण नाव से भी इस गांव तक पहुंच पाना लगभग असंभव हो गया है।