चंडीगढ़ः आप पार्टी के द्वारा नामांकित किए गए राजिंदर गुप्ता को निर्विरोध राजसभा का सदस्य चुना गया है। उनकी पत्नी मधुबाला ने अपना नाम वापिस ले लिया था जिसके बाद राजिंदर गुप्ता ही अकेले उम्मीदवार रह गए थे। अब बिना मुकाबले के उन्हें राज्यसभा का सदस्य चुना गया है। बता दें कि राजिंदर गुप्ता इस चुनाव में एकमात्र उम्मीदवार थे। आज उम्मीदवारी वापिस लेने का आखिरी दिन था। ऐसे में चुनाव आयोग के द्वारा राजिंदर गुप्ता को बिना मुकाबले के विजेता घोषित किया गया है। बता दें कि वर्तमान विधायक संजीव अरोड़ा के इस्तीफा देने के बाद यह सीठ खाली हो गई थी।
ट्राइडेंट ग्रुप के चेयरमैन पद्मश्री डॉ. राजिंदर गुप्ता को आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार नामांकित किया था। 2007 से 2025 तक पंजाब में किसी भी पार्टी के सत्ता में रहने के बावजूद पद्मश्री राजिंदर गुप्ता के पास कैबिनेट मंत्री का दर्जा रहा। प्रकाश सिंह बादल के कार्यकाल के दौरान 2007 से 2017 तक, पद्मश्री गुप्ता ने योजना बोर्ड के चेयरमैन के रूप में सेवा निभाई। 2017 में सरकार बदली।
कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने पर पद्मश्री गुप्ता का दर्जा नहीं बदला। कैप्टन अमरिंदर सिंह के साढ़े 5 साल बाद इस्तीफा देने पर चरणजीत सिंह ने 111 दिनों तक मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने के बाद, गुप्ता के पास अभी भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा रहा। कांग्रेस सरकार गिरने के बाद, आम आदमी पार्टी ने 2022 में सरकार बनाई। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पद्मश्री डॉ. राजिंदर गुप्ता को आर्थिक नीति और योजना बोर्ड का उप-चेयरमैन नियुक्त किया।