मोगाः बॉलीवुड फिल्म ‘मुन्नाभाई’ फिल्म की तरह ब्लूटूथ के जरिए नकल करवाकर पेपर हल करवाने का मामला सामने आया है। जिले में पहली बार सामूहिक रूप से कॉलेज के विद्यार्थियों को नकल करवाई जा रही थी। डिप्टी कमिश्नर (डीसी) सागर सेतिया ने इसकी सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार के नेतृत्व में टीम गठित की। उन्होंने मौके पर जांच की तो नेचर पार्क बैठकर ब्यूटुथ से नकल करवा रहे एक युवक को हिरासत में लिया। बाद में परीक्षा केंद्र में तीन विद्यार्थियों की चेकिंग की गई तो तीनों के पास ब्लूटूथ डिवाइस मिली।
उन्होंने मोबाइल फोन जुराबों में छुपाए हुए थे। 3 विद्यार्थियों की चेकिंग के बाद परीक्षा कक्ष में पहुंची प्रिंसिपल ने डीसी की ओर से जांच करने आई टीम का विरोध किया।जिसके बाद सीआरओ टीम ने कॉलेज के सामने बने पार्क में बैठ कर पेपर करवाने वाले व्यक्तियों पर नजर रखनी शुरू की और एसएसपी अजय गांधी जी और एडीसी मोगा मैडम चारुमिता और एस डी एम मोगा सरदार सारंगप्रीत औजला को मौके की वीडियो बना कर भेजी गई प्रशासन की तरफ से सिटी वन इंचार्ज गुरिंदरपाल सेखों और नायब तहसीलदार अमनदीप सिंह की ड्यूटी लगाई गई।
पुलिस टीम ने एक व्यक्ति को नेचर पार्क से नकल की सामग्री और मोबाइल फोन के साथ पकड़ा उसके दो और साथी मौके का फायदा उठा के भाग गए। उक्त व्यक्ति के फोन से बहुत विद्यार्थी ऑनलाइन पेपर कर रहे थे। उक्त व्यक्ति को जब गुरु नानक कॉलेज के परीक्षा केंद्र में लाया गया तो पुलिस मुलाजिमों ने अभी तीन लोगों की तलाशी ली थी और उनसे मोबाइल फोन और ईयर फोन बरामद किए थे। इतने में कॉलेज की प्रिंसिपल ने आकर पुलिस के साथ बदतमीजी शुरू कर दी और बाकी विद्यार्थियों की तलाशी लेने से रोक दिया और न ही खुद के स्टाफ को विद्यार्थियों की तलाशी लेने के लिए कहा। जिक्रयोग है कि परीक्षा केंद्र में बिना तलाशी के कोई भी विद्यार्थी नहीं जा सकता प्रिंसिपल और स्टाफ का रवैया किसी बहुत बड़ी मिलीभगत की तरफ इशारा कर रहा है।