गुरदासपुरः बटाला पुलिस ने सासंद सुखजिंदर सिंह रंधावा के बेटे को सोशल मीडिया पर धमकी देने के मामले में युवक को गिरफ्तार कर लिया है। बटाला एसएसपी ने फतेहगढ़ चूड़ियां में कारोबारी की दुकान पर हुई फायरिंग के मामले में केस ट्रेस करने का दावा करते हुए कहा कि जल्द दोषी को पकड़ लिया जाएगा। मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी सुहेल कासिम मीर ने कहा कि कल लोकसभा सदस्य सुखजिंदर सिंह रंधावा द्वारा बताई गई 2 घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई की गई। जिसमें एक सोशल मीडिया पर की गई धमकी भरी टिप्पणी से संबंधित थी और दूसरी फतेहगढ़ चूड़ियां में हुई गोलीबारी की घटना से जुड़ी थी। एसएसपी बटाला ने बताया कि 31 जुलाई 2025 को दोपहर लगभग 3:00 बजे, सासंद रंधावा के बेटे उदवीर सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो अपलोड किया था।
इस पोस्ट के जवाब में इंस्टाग्राम आईडी गगन रंधावा के तहत काम करने वाले एक उपयोगकर्ता द्वारा कई धमकी भरी टिप्पणियां की गई थीं। हालांकि टिप्पणी बाद में डिलीट कर दी गई थी, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करने के मसले को हल कर लिया है। इंस्टाग्राम की कानून प्रवर्तन टीम की मदद से आईपी पता और लॉगिन की जानकारी इकट्ठा की गई और तकनीकी निगरानी तथा डिजिटल विश्लेषण के आधार पर, पोस्ट करने वाले युवक को गिरफ्तार किया गया। आरोपी की पहचान गगनदीप सिंह पुत्र दिलबाग सिंह निवासी गांव घनीए के बांगर के रूप में हुई है।
अब कुछ समय से गुलमर्ग एवेन्यू, अमृतसर में रह रहा है। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल फोन की जांच की गई और इंस्टाग्राम अकाउंट गगन रंधावा सक्रिय और लॉगिन पाया गया। एसएसपी सुहेल कासिम मीर ने कहा कि प्रारंभिक पूछताछ में, आरोपी ने दावा किया कि उसने यह पोस्ट शरारती ढंग से की है, जबकि उसका किसी भी गैंगस्टर या जग्गू भगवानपुरिया से कोई संबंध नहीं पाया गया है। हालांकि, जिला पुलिस बटाला मामले की गहनता से जांच करेगी ताकि किसी भी गहरे संबंध का पता लगाया जा सके। वहीं 2 अगस्त 2025 को बीएनएस और आईटी एक्ट की प्रासंगिक धाराओं के तहत एफआईआर नंबर 98/2025 कोटली सूरत मल्लियां पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है।
इसके साथ ही पुलिस अधिकारी ने कहा कि दूसरी घटना अजनाला रोड के फतेहगढ़ चूड़ियां में समरंजीत सिंह की दस्तूर-ए-दस्तार दुकान पर हुई फायरिंग की है। प्रारंभिक दावों के विपरीत कि हमला परमिंदर सिंह को निशाना बनाया गया था। पुलिस जांच ने पुष्टि की है कि यह घटना समरंजीत सिंह की दुकान पर ही हुई थी और उनके खिलाफ इस मामले में केस दर्ज किया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इस घटना में धमकी तरनतारन के गुरदेव जैसल द्वारा दी गई थी, जो इस समय अमेरिका में रह रहे हैं। फिलहाल, इस घटना और गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के बीच कोई संबंध स्थापित नहीं हुआ है। हालांकि सुराग सामने आए हैं और इस मामले में जल्द ही गिरफ्तारियों की उम्मीद है।
एसएसपी सुहेल कासिम मीर ने बताया कि जिला पुलिस पहले ही जेल में बंद गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के संबंध में कई रोकथाम वाले कदम उठा चुकी है। असम के सिलचर में जेल अधिकारियों को सूचना दे दी गई। दरअसल, आरोपी इस समय वहां जेल में बंद है। इसी साथ ही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को भी कई बार लिखित पत्र भेजे गए हैं, जिसमें जेल के अंदर सख्त निगरानी और लागू करने वाले प्रोटोकॉल की मांग की गई है ताकि जेल के अंदर से किसी भी अनधिकृत संचार या निर्देश जारी न किए जा सकें।