कपूरथलाः बेटे की रिहाई की मांग को लेकर परिवार दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। परिवार का कहना है कि उनका बेटा कैसे दहशतगर्दी की राह पर चल पड़ा उन्हें नहीं पता, बस उनकी एक ही मांग है कि उन्हें इंसाफ दिलाया जाए और जिन लोगों की वजह से उनका बेटा ऐसे राह पर चला है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
जानकारी अनुसार परिवार ने बताया कि उनका बेटे को पुलिस ने किसी बड़े मामले में उठा लिया है। जिसका अब कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है। मां-बाप का कहना है कि उनका बेटा 2 अप्रैल को घर से गया था। जिसके बाद वह 6 अप्रैल को घर आया और कहने लगा कि पेपर के बाद कुछ युवकों ने उसके साथ मारपीट की है और सोशल मीडिया पर उसकी वीडियो डाल रहे है। जिसके बाद वह घर से चला जाता है।
इसके बाद वह 14 अप्रैल को घर आता है और उसके साथ उसका दोस्त भी था, लेकिन अगले दिन उनके घर पुलिस आती है और बेटे और उसके दोस्त के बारे में पूछती है, लेकिन जब वह पुलिस से कुछ पूछते है तो पुलिस कुछ नहीं बताती। बेटा अक्सर यही कहता था कि वह या तो मर जाएगा या युवक को मार देगा। जिसके बाद वह अगले दिन अपने बेटे को पुलिस के सामने पेश कर देते है, पुलिस उनके बेटे को अपने साथ लेकर चली जाती है। जिसके बाद बेटे का कुछ भी पता नहीं है कि वह कहां है। परिवार की एक ही मांग है कि उनके बेटे को इंसाफ दिलाया जाए और बेटे को दहशतगर्दी की राह पर चलाने वाले युवकों पर कार्रवाई की जाए।
कपूरथला के गांव लखन कला के सरपंच कुलदीप सिंह ने बताया कि उनके गांव का 18 वर्षीय जितेंद्र सिंह जिसकी कुछ दिन पहले युवकों ने पिटाई की और उसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वीडियो डाल दी। इसके बाद वह बदले की आग में जलने लगा। जितेंद्र सिंह के परिवार का कहना है कि उनको यह नहीं पता कि उनका बेटा कैसे दहशतगर्दों के साथ जुड़ गया। उनके बेटे को जल्द से जल्द रिहा कर दिया जाए।