2 प्रॉपर्टी डीलर गिरफ्तार, सामने आई चौंकाने वाली वजह
मोहालीः जिले में एरोसिटी से रिटायर प्रिंसिपल अमरजीत सिंह का अपहरण कर हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान 24 वर्षीय विक्रम निवासी मोहाली और 40 वर्षीय बलजिंदर सिंह निवासी मुक्तसर के रूप में हुई है। दोनों आरोपी पेशे से प्रॉपर्टी डीलर हैं। जिन्होंने मृतक की इमारत में ही अपना ऑफिस खोला हुआ था। पुलिस जांच में सामने आया कि बलजिंदर के पास हथियार थे। पुलिस जांच में पता चला है कि दोनों ही अमरजीत सिंह से पैसा ऐंठना चाहते थे।
दोनों ने प्रिंसिपल की हत्या से पहले अपना फोन नहीं लिया, बल्कि उसे अपने साथ ले गए थे। दरअसल, मृतक के बेटे राहुल ने पुलिस दी शिकायत में पिता की किडनैपिंग का संदेह जताया था। उसका कहना था पिता 3 जुलाई को घर के बाहर कार खड़ी करने के बाद किसी अन्य व्यक्ति के साथ दिन में घर से निकले थे। लेकिन उसके बाद वह घर नहीं आए। शाम को उनके नौकर दुनीराम को पिता का फोन आया और कहा गया कि 35-40 लाख रुपए का जल्द इंतजाम करो और पैसे लेकर सेक्टर 88 मोहाली में आओ, उक्त पैसे किसी को देने हैं। उनके नौकर दुनीराम ने इस घटना के बारे में उनकी माता से फोन पर बात की। तो वह पहले तो घबरा गई, फिर उन्होंने उसे बताया।
फिर उसने हिम्मत करके अपने पिता को फोन किया। पिता ने भी फोन पर आगे कहा कि 35-40 लाख रुपए का इंतजाम करके जल्दी ले आओ। राहुल के अनुसार, आज से पहले कभी भी उनके पिता ने पैसे के लेनदेन के बारे में घर में किसी से कोई बात नहीं की थी। राहुल ने पुलिस के सामने शक प्रकट किया है कि उक्त मामला अपहरण का लग रहा है और हो सकता है कि उनके पिता की रिहाई के लिए कोई पैसे की मांग कर रहा हो। इसलिए उनके पिता से पैसे का जल्द इंतजाम करके बताई गई जगह पर लाने को कहा जा रहा है। जिसके बाद पुलिस ने जांच की तो हम सुराग हाथ लगे। इसके बाद 7 तारीख को पंचकूला के मोरनी में पुलिस ने शव बरामद किया था। पुलिस के मुताबिक, इन दोनों ने बड़ी होशियारी से सारी वारदात को अंजाम दिया था। खुद इनकी तरफ से अमरजीत सिंह के परिवार को फोन नहीं किया गया।
बल्कि अमरजीत सिंह से पहले उनके नौकर और फिर बेटे को फोन करवाया गया था। इसके बाद वे अमरजीत सिंह को डरा-धमका कर 3 तारीख को ही पंचकूला के मोरनी ले गए थे। वहां पर बलजिंदर ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। इसके बाद उन्होंने शव को झाड़ियों में फेंक दिया था, ताकि उन्हें कोई पकड़ न पाए। वहीं, अब आरोपी 4 दिनों के रिमांड पर हैं। एफआईआर में हत्या और आर्म्स की धाराएं जोड़ दी गई हैं। आरोपियों को पता था कि प्रिंसिपल के पास काफी पैसा है। वे प्रिंसिपल को विश्वास में लेकर घर से ले गए थे। उस समय उन्होंने दलील दी थी कि उन्हें उनसे कोई बात करनी है। बड़े फ्रेंडली तरीके से उन्हें ले गए। जब उन्हें अपने साथ ले गए, इसके बाद उन्हें कॉल करवाई गई।