लुधियाना। हिमाचल के मंडी से सांसद व फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ काफी दिनों से विवादों में रहने के बाद फिल्म सेंसर बोर्ड में अटकी थी। सेंसर बोर्ड ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाई हुई थी। अब सेंसर बोर्ड ने गुरुवार को इस फिल्म को हरी झंडी दे दी है। अब ये फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है। जल्द ही इसको लेकर तारीख भी जारी कर दी जाएगी।
इसको लेकर केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर यू-टर्न लेते हुए कहा कि फिल्म इमरजेंसी में अब कोई भी ऐसा सीन नहीं है, जो सिख या हिंदुओं की भावनाओं को आहत कर रहा हो।
बिट्टू ने कहा की फिल्म को क्लियर करने से पहले दो बुद्धिजीवियों ने देखा और जब उन्होंने फिल्म को हरी झंडी दी, उसके बाद ही यह सर्टिफिकेट जारी हुआ। लिहाजा फिल्म को लेकर अब किसी भी तरह का विवाद खड़ा करना संगठन द्वारा ठीक नहीं है।
इसके साथ ही रवनीत बिट्टू ने फिल्म का विरोध करने वालों से सवाल पूछा कि आखिर क्यों वह नहीं चाहते कि 1984 का सच जनता को पता चले। जनता को पता चलना चाहिए कि उस दौरान क्या कुछ हुआ था? किस तरह के हालात थे? और इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिखों के साथ किस तरह का बर्ताव हुआ?
उन्होंने आपातकाल हटाने का विरोध करने वाले संगठनों से सवाल किया कि वे स्वर्गीय इंदिरा गांधी के कामों को उजागर क्यों नहीं करना चाहते। क्या ये संगठन स्वर्गीय इंदिरा गांधी का पक्ष ले रहे हैं। इसके बाद कहा कि मेरा संगठन से अपील हैकि सब कुछ सार्वजनिक होने दें।