जालंधर, ENS: पंजाब कांग्रेस में लगातार सियासी भूचाल आया हुआ है। दरअसल, पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात करने के बाद नवजोत कौर सिद्धू द्वारा लगातार कांग्रेस नेताओं पर तंज कसे जा रहे है। दो दिन पहले सीएम की कुर्सी को लेकर 500 करोड़ का बयान नवजोत कौर द्वारा दिया गया था। हालांकि बीते दिन उन्होंने यूटर्न लेते हुए कहा कि 500 करोड़ रुपए वाला बयान विपक्ष पार्टियों को लेकर दिया था। जिसके बाद नवजोत कौर सिद्धू ने पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, प्रताप बाजवा और सासंद सुखजिंदर रंधावा पर गंभीर आरोप लगाए। नवजोत कौर सिद्धू का आरोप है कि रंधावा के गैंगस्टरों से लिंक है। वहीं रंधावा पर राजस्थान में टिकट बेचने के आरोप के मामले में वह माफी मांगे।

वहीं राजा वडिंग और प्रताप बाजवा पर तरनतारन उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार करणबीर सिंह बुर्ज से 5-5 करोड़ लेने के आरोप लगाए। जिसके बाद देर रात कांग्रेस ने नवजोत कौर सिद्धू को पार्टी से सस्पेंड कर दिया। वहीं अब रंधावा ने नवजोत कौर सिद्धू को लीगल नोटिस भेजा है। जिसमें कहा गया हैकि नवजोत कौर सिद्धू इस मामले में या तो माफी मांगे नहीं तो 7 दिनों में जवाब दें। ऐसा ना करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

नवजोत कौर का आरोप है कि ‘कांग्रेस पंजाब में अगर सिद्धू को सीएम फेस बनाएगी तो ही वह एक्टिव होंगे, लेकिन उन्हें लग नहीं रहा कि सिद्धू को प्रमोट होने दिया जाएगा। क्योंकि यहां (कांग्रेस में) तो 5-5 सीएम पहले से रेस में बने हुए हैं और वह कांग्रेस को हराने में लगे हैं। नवजोत ने कहा कि मैं किसी बड़े नेता पर इल्जाम नहीं लगा रही।

मैं 4 निकम्मे लीडरों पर इल्जाम लगा रही हूं, जो पार्टी को बर्बाद कर रहे हैं। क्या कांग्रेस वड़िंग को प्रधान और बाजवा को नेता विपक्ष के तौर पर मंजूर करती है। इन्होंने कांग्रेस पार्टी को कमजोर कर दिया। कोई शरीफ बंदा प्रधान बने लेकिन सबको मंजूर हो।
