पटियालाः जिले की पुलिस कर्मी विवादों में घिर गए है। दरअसल, सेना के कर्नल और उसके बेटे ने एसएचओ सहित 3 पुलिस कर्मियों पर बेरहमी से मारपीट करने के आरोप लगाए है। दोनों घायलों का आरोप है कि पुलिस के तीन इंस्पेक्टरों ने उन पर जानलेवा हमला किया है। हालांकि घटना 14 मार्च की रात की बताई जा रही है, बताया जा रहा है कि पार्किंग को लेकर विवाद हुआ था। कर्नल पुष्पिंदर बाठ और बेटे अंगद ने एसएचओ हरजिंदर ढिल्लों, हैरी बोपाराय और रौणी सिंह समेत करीब 12 पुलिसकर्मियों पर पार्किंग विवाद के दौरान बेरहमी से पीटने के आरोप लगाए है।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि इन पुलिस अधिकारियों ने उन पर लोहे की रॉड और तेजधार हथियारों से हमला किया। इस घटना में कर्नल की बाजू टूट गई और उनके बेटे के सिर पर गंभीर चोट आई है, बेटे के अस्पताल में उपचार के दौरान सिर पर टांके लगे है। मामले की जानकारी देते हुए कर्नल बाठ की पत्नी जसविंदर बाठ ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी एक एनकाउंटर से लौट रहे थे और वह नशे की हालत में थे। परिवार का आरोप है कि हमला करने के बाद आरोपी पुलिसकर्मियों ने खुलेआम अपनी ताकत का रौब झाड़ते हुए कहा कि वे किसी का भी एनकाउंटर कर सकते हैं और उन्हें कोई रोक नहीं सकता।
इस हमले के बाद भी सरकार ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। दोषियों को गिरफ्तार करने के बजाय पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली, जिससे परिवार ने न्याय न मिलने की आशंका जताई है। जसविंदर बाठ का आरोप है कि पुलिस ने उनके बयान दर्ज करने में जानबूझकर देरी की और बाद में दबाव बनाकर एक जबरन माफीनामा रिकॉर्ड करवा लिया गया। परिवार को अब जान का खतरा है क्योंकि तीनों आरोपी अभी भी पटियाला में ही तैनात हैं और उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। इस घटना ने पंजाब की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिवार और स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से निष्पक्ष जांच और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।