गुरदासपुरः बटाला के पास नेशनल हाइवे पर स्थित पेट्रोल पंप पर मैनेजर ने फंदा लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक के 3 छोटे बच्चे हैं, जिसमें 2 बेटियां और एक बेटा शामिल है। वहीं मैनेजर का शव जब पेट्रोल पंप पर कर्मी ने देखा तो उसने घटना की सूचना पुलिस और पंप के मालिक को दी। कर्मी ने कहा कि मैनेजर ने पेट्रोल पंप के कार्यालय में लगे पंखे से फंदा लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक की पहचान विक्रमजीत सिंह के रूप में हुई है। वहीं घटना की सूचना पुलिस द्वारा मृतक के परिवार को दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है।
घटना की सूचना मिलते ही मृतक की पत्नी का रो- रो कर बुरा हाल हो गया। महिला ने बताया कि उसके 3 छोटे बच्चे हैं, जिसमें 2 बेटियां और एक बेटा है। मृतक की पत्नी ने बताया कि विक्रमजीत पिछले कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। उसने उन्हें यह भी बताया था कि उसके पेट्रोल पंप पर लगभग 10 लाख रुपये का हिसाब-किताब का फर्जीवाड़ा हो रहा है और यही तनाव उसकी मौत का कारण बना है। वहीं पेट्रोल पंप का ठेका देख रहे गुरप्रीत सिंह का कहना है कि वह तो कुछ समय से ही पंप को ठेका पर लेकर चला रहा है। वह पिछले 10 दिनों से पंप पर नहीं आया है और उसे विक्रमजीत की आत्महत्या के कारणों का कुछ नहीं पता है।
थाना सदर के सुरिन्दर सिंह ने बताया कि विक्रमजीत सिंह की जेब में एक चिट्ठी बरामद हुई है। जिसमें लिखा है कि “मुझे माफ़ कर दो, हिसाब-किताब में फर्जीवाड़ा है” और कुछ हिसाब भी लिखा है। पुलिस ने पत्र और शव को कब्जे में लेकर कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि शव को अस्पताल की मोर्चुरी में रखवा दिया गया है और मृतक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने आगे की कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर मृतक की जेब से बरामद हुए दस्तावेज की जांच कर अग्रगामी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।